केन्द्रीय वस्त्र मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने हाल ही में इंडिया-स्पेसिफिक फैशन ट्रेंड बुक, विजनेक्स्ट के एक द्विभाषी वेब पोर्टल “परिधि 24×25” और एआई टैक्सोनॉमी ई-बुक का शुभारंभ किया.
इस कार्यक्रम में फैशन, कपड़ा और खुदरा क्षेत्र के 150 से अधिक उद्योगपतियों के साथ-साथ विभिन्न शिल्प समूहों के शिल्पकारों और बुनकरों ने भाग लिया.
आर्थिकी
2. किस बैंक ने ईज़ीमायट्रिप के साथ मिलकर सह-ब्रांडेड ट्रैवल डेबिट कार्ड लॉन्च किया है? – बैंक ऑफ बड़ौदा
ओडिशा में मानकिड़िया समुदाय अब वनों पर आवास अधिकार प्राप्त करने वाला 6वां विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (PVTG : Particularly Vulnerable Tribal Group) बन गया है।
वे अर्ध-खानाबदोश समूह हैं, जो बिरहोर जनजाति का हिस्सा हैं और मुख्य रूप से वन पर निर्भर रहते हैं।
मानकिड़िया शिकारी और संग्राहक हैं, जो अपने भटकने वाले जीवन शैली और कुम्भा नामक अस्थायी बस्तियों के लिए जाने जाते हैं।
वे मुंडा भाषा का एक रूप बोलते हैं और कुछ ओड़िया भी बोलते हैं।
उनकी मान्यताएं आत्माओं और पूर्वजों के इर्द-गिर्द केंद्रित हैं, जिसमें लोगोबीर और बुधिमाई उनके सर्वोच्च देवता हैं। यह समुदाय ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में पाया जाता है।
7. जस्टिस सुरेश कुमार कैत हाल ही में किस राज्य के हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने है – मध्य प्रदेश
लोवी इंस्टीट्यूट द्वारा प्रकाशित एशिया पावर इंडेक्स 2024 दिखाता है कि भारत ने जापान को पीछे छोड़कर एशिया में तीसरा सबसे शक्तिशाली देश बन गया है।
यह सूचकांक 27 देशों का मूल्यांकन सैन्य क्षमता, आर्थिक संबंधों, और सांस्कृतिक प्रभाव सहित अन्य कारकों के आधार पर करता है। संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर हैं।
रिपोर्ट में भारत की विशाल जनसंख्या और संसाधनों द्वारा संचालित विकास की संभावना पर प्रकाश डाला गया है, हालांकि यह अभी तक क्षेत्रीय प्रभाव में अपनी पूरी क्षमता तक नहीं पहुंचा है।
10. हाल ही में खबरों में रहा ‘भविष्य के लिए सहमति-पत्र’ (Pact for the Future) किस संगठन द्वारा अपनाया गया था? – संयुक्त राष्ट्र (UNGA)
संयुक्त राष्ट्र (UNGA) ने वैश्विक शासन को पुनर्गठित करने के लिए ‘भविष्य के लिए सहमति-पत्र’ (Pact for the Future) को अपनाया।
यह सतत विकास, शांति और मजबूत शासन के प्रति UN सदस्य राज्यों की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। यह शांतिपूर्ण, समावेशी समाजों के निर्माण और संघर्ष के मूल कारणों को संबोधित करने पर जोर देता है।
यह संधि UN के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार की भूमिका पर प्रकाश डालती है।
यह राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर निर्णय लेने में युवाओं के समावेश को प्राथमिकता देती है।
यह संधि नागरिक समाज, निजी क्षेत्र और स्थानीय अधिकारियों के साथ मजबूत साझेदारी का आह्वान करती है।