भारतीय अर्थव्यवस्था टेस्ट 2
भारतीय अर्थव्यवस्था टेस्ट 2
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इस टेस्ट में सम्मिलित प्रश्न एन.सी.ई.आर.टी. पर आधारित है|
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Question 1 of 20
1. Question
1 pointsकथनः ग्रामीण श्रमबल का अनुपात शहरी श्रमबल से अधिक है।कारणः ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च आय के अवसर सीमित होते हैं।
कूटःCorrect
व्याख्याः भारत में प्रत्येक 100 व्यक्तियों में से लगभग 39 श्रमिक हैं। शहरी श्रमिकों में यह अनुपात 36 है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह अनुपात 40 है अर्थात् ग्रामीण श्रमबल का अनुपात शहरी श्रमबल से अधिक है। यह ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च आय के अवसर सीमित होने के कारण है, जिससे रोज़गार बाज़ार में उनकी भागीदारी अधिक है।
Incorrect
व्याख्याः भारत में प्रत्येक 100 व्यक्तियों में से लगभग 39 श्रमिक हैं। शहरी श्रमिकों में यह अनुपात 36 है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह अनुपात 40 है अर्थात् ग्रामीण श्रमबल का अनुपात शहरी श्रमबल से अधिक है। यह ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च आय के अवसर सीमित होने के कारण है, जिससे रोज़गार बाज़ार में उनकी भागीदारी अधिक है।
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Question 2 of 20
2. Question
1 pointsभारत में लोगों की आजीविका का सबसे बड़ा स्रोत क्या है?
Correct
व्याख्याः भारत में पुरुष और महिला श्रमिकों के 50 प्रतिशत से अधिक तो स्वरोज़गार वर्ग में आते हैं। अतः स्वरोज़गार ही देश की आजीविका का सबसे प्रमुख स्रोत है।
Incorrect
व्याख्याः भारत में पुरुष और महिला श्रमिकों के 50 प्रतिशत से अधिक तो स्वरोज़गार वर्ग में आते हैं। अतः स्वरोज़गार ही देश की आजीविका का सबसे प्रमुख स्रोत है।
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Question 3 of 20
3. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः- केवल शहरी क्षेत्रों में पुरुषों की श्रमशक्ति की भागीदारी महिलाओं से अधिक है।
- अनियत रोज़गार (casual wage labourer) में महिलाओं का अंश पुरुषों से अधिक है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
Correct
व्याख्याः पहला कथन असत्य है। शहरी और ग्रामीण दोनों ही वर्गों में पुरुषों की श्रमशक्ति की भागीदारी महिलाओं की तुलना में अधिक है। शहरी क्षेत्रों में तो पुरुष और महिला भागीदारी का अंतर बहुत बड़ा है। केवल 15 प्रतिशत शहरी महिलाएँ ही किसी आर्थिक कार्य में व्यस्त दिखाई देती हैं, किंतु ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं की रोज़गार बाज़ार में भागीदारी 25 प्रतिशत आँकी गई है।
अनियत रोज़गार (casual wage labourers) में महिलाओं का अंश पुरुषों से अधिक है। निर्माण कार्य में लगे मज़दूर अनियत मज़दूरी वाले श्रमिक कहलाते हैं। ऐसे मज़दूर जो अन्य लोगों के खेतों पर अनियत रूप से कार्य करते हैं और उसके बदले पारिश्रमिक प्राप्त करते हैं, इसी श्रेणी में आते हैं।
Incorrect
व्याख्याः पहला कथन असत्य है। शहरी और ग्रामीण दोनों ही वर्गों में पुरुषों की श्रमशक्ति की भागीदारी महिलाओं की तुलना में अधिक है। शहरी क्षेत्रों में तो पुरुष और महिला भागीदारी का अंतर बहुत बड़ा है। केवल 15 प्रतिशत शहरी महिलाएँ ही किसी आर्थिक कार्य में व्यस्त दिखाई देती हैं, किंतु ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं की रोज़गार बाज़ार में भागीदारी 25 प्रतिशत आँकी गई है।
अनियत रोज़गार (casual wage labourers) में महिलाओं का अंश पुरुषों से अधिक है। निर्माण कार्य में लगे मज़दूर अनियत मज़दूरी वाले श्रमिक कहलाते हैं। ऐसे मज़दूर जो अन्य लोगों के खेतों पर अनियत रूप से कार्य करते हैं और उसके बदले पारिश्रमिक प्राप्त करते हैं, इसी श्रेणी में आते हैं।
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Question 4 of 20
4. Question
1 pointsभारत में लोगों को सर्वाधिक रोज़गार किस क्षेत्र में प्राप्त होता है?
Correct
व्याख्याः भारत में श्रमिकों के रोज़गार का सबसे बड़ा स्रोत (जो कि लगभग 48 प्रतिशत है) प्राथमिक क्षेत्र है। प्राथमिक क्षेत्र के अंतर्गत कृषि, खनन एवं उत्खनन से संबंधित गतिविधियों को शामिल किया जाता है।
Incorrect
व्याख्याः भारत में श्रमिकों के रोज़गार का सबसे बड़ा स्रोत (जो कि लगभग 48 प्रतिशत है) प्राथमिक क्षेत्र है। प्राथमिक क्षेत्र के अंतर्गत कृषि, खनन एवं उत्खनन से संबंधित गतिविधियों को शामिल किया जाता है।
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Question 5 of 20
5. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
- विनिर्माण से संबंधित गतिविधियाँ द्वितीयक क्षेत्रक के अंतर्गत आती हैं।
- शहरी श्रमिकों को सर्वाधिक रोज़गार तृतीयक क्षेत्र में प्राप्त होता है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
Correct
व्याख्याः उपरोक्त दोनों कथन सत्य हैं।
Incorrect
व्याख्याः उपरोक्त दोनों कथन सत्य हैं।
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Question 6 of 20
6. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा कथन ‘रोज़गारहीन संवृद्धि’ का सर्वोत्कृष्ट वर्णन करता है?
Correct
व्याख्याः जब किसी अर्थव्यवस्था के सकल घरेलू उत्पाद में लगातार वृद्धि हो तथा रोज़गार में वृद्धि उस अनुपात में न हो या रोज़गार क्षेत्र में वृद्धि दर नकारात्मक हो तो इस परिघटना को रोज़गारहीन संवृद्धि कहा जाता है। दूसरे शब्दों में इसका अर्थ यह है कि अर्थव्यवस्था में रोज़गार सृजन के बिना ही वस्तुओं एवं सेवाओं का अधिक उत्पादन हो रहा है।
Incorrect
व्याख्याः जब किसी अर्थव्यवस्था के सकल घरेलू उत्पाद में लगातार वृद्धि हो तथा रोज़गार में वृद्धि उस अनुपात में न हो या रोज़गार क्षेत्र में वृद्धि दर नकारात्मक हो तो इस परिघटना को रोज़गारहीन संवृद्धि कहा जाता है। दूसरे शब्दों में इसका अर्थ यह है कि अर्थव्यवस्था में रोज़गार सृजन के बिना ही वस्तुओं एवं सेवाओं का अधिक उत्पादन हो रहा है।
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Question 7 of 20
7. Question
1 pointsभारत में बेरोज़गारी के आँकड़े एकत्रित एवं प्रकाशित करता हैः
Correct
व्याख्याः भारत में बेरोज़गारी के आँकड़े राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण संगठन (NSSO) द्वारा एकत्रित एवं प्रकाशित किये जाते हैं।
Incorrect
व्याख्याः भारत में बेरोज़गारी के आँकड़े राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण संगठन (NSSO) द्वारा एकत्रित एवं प्रकाशित किये जाते हैं।
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Question 8 of 20
8. Question
1 pointsप्रच्छन्न बेरोज़गारी का सामान्यतः अर्थ होता है कि:
Correct
व्याख्याः प्रच्छन्न बेरोज़गारी के अंतर्गत श्रमिकों की सीमांत उत्पादकता लगभग शून्य होती है। उदाहरणस्वरूप यदि किसी किसान के पास चार एकड़ का भूखंड है और उसे अपने खेत में विभिन्न प्रकार की क्रियाओं को निष्पादित करने के लिये दो श्रमिकों की आवश्यकता है, किंतु यदि वह अपने परिवार के पाँच सदस्यों (पत्नी, बच्चों) को भी कार्य में लगा ले तो यह स्थिति प्रच्छन्न बेरोज़गारी के नाम से जानी जाती है। क्योंकि यहाँ तीन अन्य लोगों की उत्पादकता शून्य है।
Incorrect
व्याख्याः प्रच्छन्न बेरोज़गारी के अंतर्गत श्रमिकों की सीमांत उत्पादकता लगभग शून्य होती है। उदाहरणस्वरूप यदि किसी किसान के पास चार एकड़ का भूखंड है और उसे अपने खेत में विभिन्न प्रकार की क्रियाओं को निष्पादित करने के लिये दो श्रमिकों की आवश्यकता है, किंतु यदि वह अपने परिवार के पाँच सदस्यों (पत्नी, बच्चों) को भी कार्य में लगा ले तो यह स्थिति प्रच्छन्न बेरोज़गारी के नाम से जानी जाती है। क्योंकि यहाँ तीन अन्य लोगों की उत्पादकता शून्य है।
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Question 9 of 20
9. Question
1 pointsभारत के कृषि क्षेत्र में निम्नलिखित में से किस प्रकार की बेरोज़गारी पाई जाती है?
- मौसमी बेरोज़गारी
- अनैच्छिक बेरोज़गारी
- चक्रीय बेरोज़गारी
- प्रच्छन्न बेरोज़गारी
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये-
Correct
व्याख्याः भारत के कृषि क्षेत्र में प्रच्छन्न एवं मौसमी दोनों तरह की बेरोज़गारी पाई जाती है।
Incorrect
व्याख्याः भारत के कृषि क्षेत्र में प्रच्छन्न एवं मौसमी दोनों तरह की बेरोज़गारी पाई जाती है।
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Question 10 of 20
10. Question
1 pointsभारत सरकार द्वारा निम्नलिखित में से किस बैंक की स्थापना संपूर्ण ग्रामीण वित्त व्यवस्था के समन्वय के लिये एक शीर्ष संस्था के रूप में की गई है?
Correct
व्याख्याः भारत सरकार द्वारा 1982 में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (National Bank For Agriculture And Rural Development—NABARD) की स्थापना ग्रामीण वित्त व्यवस्था के समन्वय के लिये एक शीर्ष संस्था के रूप में की गई। यह भारत में कृषि क्षेत्र को वित्त देने वाली एक शीर्ष संस्था है।
Incorrect
व्याख्याः भारत सरकार द्वारा 1982 में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (National Bank For Agriculture And Rural Development—NABARD) की स्थापना ग्रामीण वित्त व्यवस्था के समन्वय के लिये एक शीर्ष संस्था के रूप में की गई। यह भारत में कृषि क्षेत्र को वित्त देने वाली एक शीर्ष संस्था है।
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Question 11 of 20
11. Question
1 pointsमहिलाओं की ओर उन्मुख एक निर्धनता निवारक सामुदायिक कार्यक्रम ‘कुटुंब श्री’ निम्नलिखित में से किस राज्य में चलाया जा रहा है?
Correct
व्याख्याः केरल प्रांत में महिलाओं की ओर उन्मुख एक निर्धनता निवारक सामुदायिक कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसका नाम ‘कुटुंब श्री’ है। 1995 में सरकारी बचत एवं साख सोसायटी के रूप में गरीब महिलाओं के लिये बचत बैंक की स्थापना की गई थी। इसे अब सदस्य संख्या और बचत के आधार पर एशिया का विशालतम अनौपचारिक बैंक माना जाता है।
Incorrect
व्याख्याः केरल प्रांत में महिलाओं की ओर उन्मुख एक निर्धनता निवारक सामुदायिक कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसका नाम ‘कुटुंब श्री’ है। 1995 में सरकारी बचत एवं साख सोसायटी के रूप में गरीब महिलाओं के लिये बचत बैंक की स्थापना की गई थी। इसे अब सदस्य संख्या और बचत के आधार पर एशिया का विशालतम अनौपचारिक बैंक माना जाता है।
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Question 12 of 20
12. Question
1 pointsअतिलघु साख कार्यक्रम’ संबंधित है:
Correct
व्याख्याः स्वयं सहायता समूह में प्रत्येक सदस्य द्वारा जमा न्यूनतम अंशदान राशि में से ज़रूरतमंद सदस्यों को ऋण दिया जाता है। उस ऋण की राशि आसान किश्तों में लौटाई जाती है तथा ब्याज दर भी उचित रखी जाती है। देश में लाखों साख प्रदान करने वाले स्वयं सहायता समूह अनेक भागों में कार्य कर रहे हैं। इस प्रकार की साख उपलब्धता को ‘अतिलघु साख कार्यक्रम’ भी कहा जाता है।
Incorrect
व्याख्याः स्वयं सहायता समूह में प्रत्येक सदस्य द्वारा जमा न्यूनतम अंशदान राशि में से ज़रूरतमंद सदस्यों को ऋण दिया जाता है। उस ऋण की राशि आसान किश्तों में लौटाई जाती है तथा ब्याज दर भी उचित रखी जाती है। देश में लाखों साख प्रदान करने वाले स्वयं सहायता समूह अनेक भागों में कार्य कर रहे हैं। इस प्रकार की साख उपलब्धता को ‘अतिलघु साख कार्यक्रम’ भी कहा जाता है।
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Question 13 of 20
13. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-से बैंकिंग संस्थान ग्रामीण क्षेत्रों की संस्थागत संरचना हेतु ऋण उपलब्ध कराते हैं?
- व्यावसायिक बैंक
- क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
- सहकारी समितियाँ
- भूमि विकास बैंक
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनियेः
Correct
व्याख्याः ग्रामीण क्षेत्रों में संस्थागत संरचना में सुधार हेतु उपरोक्त सभी बैंकों द्वारा ऋण प्रदान किया जाता है।
Incorrect
व्याख्याः ग्रामीण क्षेत्रों में संस्थागत संरचना में सुधार हेतु उपरोक्त सभी बैंकों द्वारा ऋण प्रदान किया जाता है।
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Question 14 of 20
14. Question
1 pointsसांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) के संबंध में नीचे दिये गए कथनों पर विचार कीजियेः
- यह योजना 2015 में शुरू की गई।
- इस योजना के तहत 2019 तक प्रत्येक सांसद को 3 गाँव मॉडल गाँव के रूप में करने हैं।
- यह योजना केवल मैदानी इलाकों में लागू की गई है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
Correct
व्याख्याः
- पहला कथन असत्य है। अक्तूबर 2014 में भारत सरकार ने सांसदों के निर्वाचन क्षेत्रों के लिये सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) नामक एक नई योजना की शुरुआत की।
- दूसरा कथन सत्य है। इस योजना के तहत भारत के सांसदों को एक गाँव की पहचान करने और उसे विकसित करने की ज़रूरत है। इस योजना के तहत सांसद को वर्ष 2016 तक एक मॉडल गाँव और 2019 तक दो और गाँवों को मॉडल गाँव के रूप में विकसित करने की योजना है।
- तीसरा कथन असत्य है। यह योजना मैदानी एवं पहाड़ी दोनों इलाकों के लिये है सिवाय यह कि सांसद का खुद या अपने/अपनी पति/पत्नी का गाँव नहीं होना चाहिये।
Incorrect
व्याख्याः
- पहला कथन असत्य है। अक्तूबर 2014 में भारत सरकार ने सांसदों के निर्वाचन क्षेत्रों के लिये सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) नामक एक नई योजना की शुरुआत की।
- दूसरा कथन सत्य है। इस योजना के तहत भारत के सांसदों को एक गाँव की पहचान करने और उसे विकसित करने की ज़रूरत है। इस योजना के तहत सांसद को वर्ष 2016 तक एक मॉडल गाँव और 2019 तक दो और गाँवों को मॉडल गाँव के रूप में विकसित करने की योजना है।
- तीसरा कथन असत्य है। यह योजना मैदानी एवं पहाड़ी दोनों इलाकों के लिये है सिवाय यह कि सांसद का खुद या अपने/अपनी पति/पत्नी का गाँव नहीं होना चाहिये।
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Question 15 of 20
15. Question
1 pointsभारत के पशुधन में किसका सर्वाधिक योगदान है?
Correct
व्याख्याः भारत के पशुधन में सर्वाधिक योगदान मुर्गी पालन का है जो कि लगभग 58 प्रतिशत है।
Incorrect
व्याख्याः भारत के पशुधन में सर्वाधिक योगदान मुर्गी पालन का है जो कि लगभग 58 प्रतिशत है।
-
Question 16 of 20
16. Question
1 pointsभारत का फल- सब्ज़िओं के उत्पादन में विश्व में कौन-सा स्थान है?
Correct
व्याख्याः फल एवं सब्ज़िओं के उत्पादन में भारत का विश्व में दूसरा स्थान है।
Incorrect
व्याख्याः फल एवं सब्ज़िओं के उत्पादन में भारत का विश्व में दूसरा स्थान है।
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Question 17 of 20
17. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-से मानव पूंजी निर्माण के प्रमुख स्रोत हैं?
- शिक्षा में निवेश
- स्वास्थ्य
- आधुनिक उद्योगों की स्थापना
- प्रवसन
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये-
Correct
व्याख्याः शिक्षा में निवेश, कार्य स्थल प्रशिक्षण, स्वास्थ्य, प्रवसन और सूचना मानव पूंजी निर्माण के स्रोत हैं।
Incorrect
व्याख्याः शिक्षा में निवेश, कार्य स्थल प्रशिक्षण, स्वास्थ्य, प्रवसन और सूचना मानव पूंजी निर्माण के स्रोत हैं।
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Question 18 of 20
18. Question
1 pointsमानव पूंजी एवं भौतिक पूंजी के संबंध में कौन-सा कथन असत्य है?
Correct
व्याख्याः तीसरा कथन असत्य है। मानव पूंजी द्वारा सृजित हितलाभ के प्रवाह, भौतिक पूंजी के प्रवाह से ज़्यादा महत्त्वपूर्ण होते हैं। मानव पूँजी से केवल उसका स्वामी ही नहीं वरन् सारा समाज लाभांवित होता है। इसे एक बाह्य हित लाभ कहा जा सकता है। एक सुशिक्षित व्यक्ति लोकतांत्रिक प्रक्रिया में प्रभावपूर्ण भागीदारी के माध्यम से राष्ट्र की सामाजिक, आर्थिक प्रगति में योगदान करता है। एक स्वस्थ व्यक्ति अपने वैयक्तिक स्तर पर तथा आस-पास में सफाई आदि के माध्यम से रोगों का संक्रमण रोक उन्हें महामारियों का रूप धारण नहीं करने देता। मानवीय पूँजी से व्यक्तिगत के साथ-साथ सामाजिक हितलाभों का भी सृजन होता है। किंतु भौतिक पूँजी तो प्रायः निजी लाभ को ही जन्म दे पाती है। पूँजीगत पदार्थों के लाभ उन्हीं को मिल पाते हैं जो उनके द्वारा उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं की कीमत चुका सकें।
Incorrect
व्याख्याः तीसरा कथन असत्य है। मानव पूंजी द्वारा सृजित हितलाभ के प्रवाह, भौतिक पूंजी के प्रवाह से ज़्यादा महत्त्वपूर्ण होते हैं। मानव पूँजी से केवल उसका स्वामी ही नहीं वरन् सारा समाज लाभांवित होता है। इसे एक बाह्य हित लाभ कहा जा सकता है। एक सुशिक्षित व्यक्ति लोकतांत्रिक प्रक्रिया में प्रभावपूर्ण भागीदारी के माध्यम से राष्ट्र की सामाजिक, आर्थिक प्रगति में योगदान करता है। एक स्वस्थ व्यक्ति अपने वैयक्तिक स्तर पर तथा आस-पास में सफाई आदि के माध्यम से रोगों का संक्रमण रोक उन्हें महामारियों का रूप धारण नहीं करने देता। मानवीय पूँजी से व्यक्तिगत के साथ-साथ सामाजिक हितलाभों का भी सृजन होता है। किंतु भौतिक पूँजी तो प्रायः निजी लाभ को ही जन्म दे पाती है। पूँजीगत पदार्थों के लाभ उन्हीं को मिल पाते हैं जो उनके द्वारा उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं की कीमत चुका सकें।
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Question 19 of 20
19. Question
1 points‘शिक्षा का अधिकार’ अधिनियम द्वारा किस आयु वर्ग के बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान की जाती है?
Correct
व्याख्याः वर्ष 2009 में भारत सरकार ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम को कानून बनाया, जिसके अंतर्गत 6 से 14 वर्ष के आयु-वर्ग के सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान की जाती है।
Incorrect
व्याख्याः वर्ष 2009 में भारत सरकार ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम को कानून बनाया, जिसके अंतर्गत 6 से 14 वर्ष के आयु-वर्ग के सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान की जाती है।
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Question 20 of 20
20. Question
1 pointsभारत सरकार ने सभी केंद्रीय करों में कितना प्रतिशत ‘शिक्षा उपकर’ लगाया है?
Correct
व्याख्याः भारत सरकार द्वारा सभी केंद्रीय करों पर 2 प्रतिशत का ‘शिक्षा उपकर’ लगाया जाता है। शिक्षा उपकर से प्राप्त राजस्व को प्राथमिक शिक्षा पर व्यय करने हेतु सुरक्षित रखा जाता है।
Incorrect
व्याख्याः भारत सरकार द्वारा सभी केंद्रीय करों पर 2 प्रतिशत का ‘शिक्षा उपकर’ लगाया जाता है। शिक्षा उपकर से प्राप्त राजस्व को प्राथमिक शिक्षा पर व्यय करने हेतु सुरक्षित रखा जाता है।