सामान्य विज्ञान टेस्ट 6
सामान्य विज्ञान टेस्ट 6
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इस टेस्ट में सम्मिलित प्रश्न एन.सी.ई.आर.टी. पर आधारित है|
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Question 1 of 20
1. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
कोशिकाएँ माप, आकार व कार्य की दृष्टि से एक समान होती हैं।
प्रोकैरियोटिक कोशिकाएँ, यूकैरियोटिक कोशिकाओं से छोटी होती हैं।
सभी प्रोकैरियोटिक में कोशिका भित्ति होती है।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनियेःCorrect
व्याख्याः पहला कथन असत्य है। कोशिकाएँ, माप, आकार व कार्य की दृष्टि से काफी भिन्न होती हैं।
दूसरा व तीसरा कथन सत्य है। प्रोकैरियोटिक कोशिकाएँ, सामान्यतया यूकैरियोटिक कोशिकाओं से बहुत छोटी होती हैं और काफी तेज़ी से विभाजित होती हैं। प्रोकैरियोटिक कोशिका का मूलभूत संगठन, आकार व कार्य में विभिन्नता के बावजूद एक सा होता है। सभी प्रोकैरियोटिक में कोशिका भित्ति होती है जो कोशिका झिल्ली से घिरी होती है, केवल माइक्रोप्लाज्मा को छोड़कर।
Incorrect
व्याख्याः पहला कथन असत्य है। कोशिकाएँ, माप, आकार व कार्य की दृष्टि से काफी भिन्न होती हैं।
दूसरा व तीसरा कथन सत्य है। प्रोकैरियोटिक कोशिकाएँ, सामान्यतया यूकैरियोटिक कोशिकाओं से बहुत छोटी होती हैं और काफी तेज़ी से विभाजित होती हैं। प्रोकैरियोटिक कोशिका का मूलभूत संगठन, आकार व कार्य में विभिन्नता के बावजूद एक सा होता है। सभी प्रोकैरियोटिक में कोशिका भित्ति होती है जो कोशिका झिल्ली से घिरी होती है, केवल माइक्रोप्लाज्मा को छोड़कर।
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Question 2 of 20
2. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?
Correct
व्याख्याः दूसरा कथन असत्य है। जंतु एवं पादपों में यूकैरियोटिक कोशिका होती है। कोशिका भित्ति पादपों की विशेषता होती है। यह जंतुओं में अनुपस्थित होती है। पादप कोशिकाओं में कोशिका भित्ति के अलावा लवक एवं बड़ी केंद्रीय रसधानी पाई जाती है, जो कि जंतु कोशिका में अनुपस्थित होती है। वहीं दूसरी कोशिका में तारकाय (Centriole) मिलता है, जो लगभग सभी पादप कोशिकाओं में अनुपस्थित होता है।
Incorrect
व्याख्याः दूसरा कथन असत्य है। जंतु एवं पादपों में यूकैरियोटिक कोशिका होती है। कोशिका भित्ति पादपों की विशेषता होती है। यह जंतुओं में अनुपस्थित होती है। पादप कोशिकाओं में कोशिका भित्ति के अलावा लवक एवं बड़ी केंद्रीय रसधानी पाई जाती है, जो कि जंतु कोशिका में अनुपस्थित होती है। वहीं दूसरी कोशिका में तारकाय (Centriole) मिलता है, जो लगभग सभी पादप कोशिकाओं में अनुपस्थित होता है।
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Question 3 of 20
3. Question
1 pointsकोशिका भित्ति के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये।
- यह कवक एवं पौधों की जीवद्रव्य झिल्ली (Plasma Membrane) के बाहर पाई जाने वाली दृढ़ निर्जीव संरचना है।
- पौधों की कोशिका भित्ति सेलुलोज एवं प्रोटीन की बनी होती है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
Correct
व्याख्याः उपरोक्त दोनों कथन सत्य हैं।
- कवक व पौधों की जीवद्रव्य झिल्ली के बाहर पाए जाने वाले दृढ़ निर्जीव आवरण को कोशिका भित्ति कहते हैं। कोशिका भित्ति, कोशिका की यांत्रिक हानियों के साथ-साथ संक्रमण से भी रक्षा करती है।
- पौधों की कोशिका भित्ति सेलुलोज, प्रोटीन, पेक्टीन व हेमीसेलुलोज की बनी होती है, जबकि शैवाल की कोशिका भित्ति सेलुलोज गैलेक्टेन्स, मैनान्स व कैल्शियम कार्बोनेट जैसे खनिजों से बनी होती है।
Incorrect
व्याख्याः उपरोक्त दोनों कथन सत्य हैं।
- कवक व पौधों की जीवद्रव्य झिल्ली के बाहर पाए जाने वाले दृढ़ निर्जीव आवरण को कोशिका भित्ति कहते हैं। कोशिका भित्ति, कोशिका की यांत्रिक हानियों के साथ-साथ संक्रमण से भी रक्षा करती है।
- पौधों की कोशिका भित्ति सेलुलोज, प्रोटीन, पेक्टीन व हेमीसेलुलोज की बनी होती है, जबकि शैवाल की कोशिका भित्ति सेलुलोज गैलेक्टेन्स, मैनान्स व कैल्शियम कार्बोनेट जैसे खनिजों से बनी होती है।
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Question 4 of 20
4. Question
1 pointsमानव शरीर के किस कोशिकांग में प्रोटीन का संश्लेषण होता है-
Correct
व्याख्याः हमारे शरीर में अंतर्द्रव्यी जालिका (ऐन्डोप्लाज्मिड रेटीकुलम) पर उपस्थित राइबोसोम द्वारा प्रोटीन का संश्लेषण होता है।
- अंतर्द्रव्यी जालिका (Endoplasmic reticulum) नलिकाओं व कुंडों से बनी होती है। ये दो प्रकार की होती है- खुरदरी व चिकनी। अंतर्द्रव्यी जालिका पदार्थों के अभिगमन, प्रोटीन- संश्लेषण,लाईपोप्रोटीन संश्लेषण तथा ग्लाईकोजन के संश्लेषण में सहायक होती है।
Incorrect
व्याख्याः हमारे शरीर में अंतर्द्रव्यी जालिका (ऐन्डोप्लाज्मिड रेटीकुलम) पर उपस्थित राइबोसोम द्वारा प्रोटीन का संश्लेषण होता है।
- अंतर्द्रव्यी जालिका (Endoplasmic reticulum) नलिकाओं व कुंडों से बनी होती है। ये दो प्रकार की होती है- खुरदरी व चिकनी। अंतर्द्रव्यी जालिका पदार्थों के अभिगमन, प्रोटीन- संश्लेषण,लाईपोप्रोटीन संश्लेषण तथा ग्लाईकोजन के संश्लेषण में सहायक होती है।
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Question 5 of 20
5. Question
1 pointsकथनः माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का शक्ति गृह (पॉवर हाउस) कहते हैं।
कारणः माइटोकॉन्ड्रिया में कोशिकीय ऊर्जा एटीपी के रूप में उत्पादित होती है।
कूटःCorrect
व्याख्याः
- माइटोकॉन्ड्रिया में कोशिकीय ऊर्जा एटीपी के रूप में उत्पादित होती है। इस कारण से माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का पावर हाऊस कहते हैं।
- माइटोकॉन्ड्रिया के अधात्री में एकल वृत्ताकार डीएनए अणु व कुछ आरएनए राइबोसोम तथा प्रोटीन संश्लेषण के लिये आवश्यक घटक मिलते हैं।
Incorrect
व्याख्याः
- माइटोकॉन्ड्रिया में कोशिकीय ऊर्जा एटीपी के रूप में उत्पादित होती है। इस कारण से माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का पावर हाऊस कहते हैं।
- माइटोकॉन्ड्रिया के अधात्री में एकल वृत्ताकार डीएनए अणु व कुछ आरएनए राइबोसोम तथा प्रोटीन संश्लेषण के लिये आवश्यक घटक मिलते हैं।
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Question 6 of 20
6. Question
1 pointsपौधों में प्रकाश संश्लेषण के लिये आवश्यक प्रकाशीय ऊर्जा को किस लवक द्वारा संचित किया जाता है?
Correct
व्याख्याः लवक (प्लास्टिड) सभी पादप कोशिकाओं एवं कुछ प्रोटोजोआ जैसे युग्लिना में मिलते हैं। लवक (प्लास्टिड) में विशिष्ट प्रकार के वर्णक मिलने के कारण पौधे भिन्न-भिन्न रंग के दिखाई देते हैं।
पौधों के हरित लवकों में पर्णहरित वर्णक व केरोटिनॉइड वर्णक मिलते हैं, जो प्रकाश-संश्लेषण के लिये आवश्यक प्रकाशीय ऊर्जा को संचित रखने का कार्य करते हैं। हरे पौधों के अधिकतर हरितलवक पत्ती की पर्णमध्योतक कोशिकाओं में पाए जाते हैं।Incorrect
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Question 7 of 20
7. Question
1 pointsमानव शरीर की कोशिकाओं में गुणसूत्रों के कितने जोड़े पाए जाते हैं?
Correct
व्याख्याः मनुष्य के शरीर में पाई जाने वाली एक कोशिका में 46 गुणसूत्र (23 जोड़ा) पाए जाते हैं।
Incorrect
व्याख्याः मनुष्य के शरीर में पाई जाने वाली एक कोशिका में 46 गुणसूत्र (23 जोड़ा) पाए जाते हैं।
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Question 8 of 20
8. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
- भू-पर्पटी में पाए जाने वाले सभी तत्त्व जीवों में भी मिलते हैं।
- जीव ऊतकों में मिलने वाले सभी कार्बनिक यौगिकों को ‘जैव अणु’ कहते हैं।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
Correct
व्याख्याः उपरोक्त दोनों कथन सत्य हैं।
- सभी तत्त्व जो भू-पर्पटी के नमूने में मिलते हैं, वे सभी तत्त्व ऊतकों के नमूने में भी मिलते हैं।
- जीव ऊतकों में मिलने वाले सभी कार्बनिक यौगिकों को ‘जैव अणु’ कहते हैं। लेकिन जीवों में भी अकार्बनिक तत्त्व व यौगिक मिलते हैं।
Incorrect
व्याख्याः उपरोक्त दोनों कथन सत्य हैं।
- सभी तत्त्व जो भू-पर्पटी के नमूने में मिलते हैं, वे सभी तत्त्व ऊतकों के नमूने में भी मिलते हैं।
- जीव ऊतकों में मिलने वाले सभी कार्बनिक यौगिकों को ‘जैव अणु’ कहते हैं। लेकिन जीवों में भी अकार्बनिक तत्त्व व यौगिक मिलते हैं।
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Question 9 of 20
9. Question
1 pointsमानव शरीर में पाए जाने वाले तत्त्वों का निम्न में कौन-सा अवरोही क्रम सही है?
Correct
व्याख्याः मनुष्य के शरीर में पाए जाने वाले तत्त्वों का भार प्रतिशत-
- ऑक्सीजन = 65%
- कार्बन = 18%
- नाइट्रोजन = 3.3%
- कैल्शियम = 1.5%
- हाइड्रोजन = 0.5%
- सिलिकॉन = 0
Incorrect
व्याख्याः मनुष्य के शरीर में पाए जाने वाले तत्त्वों का भार प्रतिशत-
- ऑक्सीजन = 65%
- कार्बन = 18%
- नाइट्रोजन = 3.3%
- कैल्शियम = 1.5%
- हाइड्रोजन = 0.5%
- सिलिकॉन = 0
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Question 10 of 20
10. Question
1 pointsप्रोटीन के संबंध में नीचे दिये गए कथनों पर विचार कीजिये:
- प्रोटीन पॉलीपेप्टाइड होते हैं।
- प्रोटीन अमीनो अम्ल के बहुलक होते हैं।
- अनानिवार्य अमीनों अम्ल का निर्माण हमारे शरीर में होता है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
Correct
व्याख्याः उपरोक्त सभी कथन सत्य हैं।
- प्रोटीन पॉलीपेप्टाइड होते हैं। ये अमीनो अम्ल की रेखीय श्रृंखलाएँ होती हैं, जो पेप्टाइड बंधों से जुड़ी होती हैं।
- प्रत्येक प्रोटीन अमीनो अम्ल के बहुलक होते हैं।
- कुछ अमीनो अम्ल मानव स्वास्थ्य के लिये अति आवश्यक होते हैं। इस तरह से अमीनो अम्ल अनिवार्य या अनानिवार्य हो सकते हैं। अनानिवार्य वे होते हैं जो हमारे शरीर में बनते हैं जबकि हम अनिवार्य अमीनो अम्ल की आपूर्ति अपने खाद्य पदार्थ से करते हैं।
Incorrect
व्याख्याः उपरोक्त सभी कथन सत्य हैं।
- प्रोटीन पॉलीपेप्टाइड होते हैं। ये अमीनो अम्ल की रेखीय श्रृंखलाएँ होती हैं, जो पेप्टाइड बंधों से जुड़ी होती हैं।
- प्रत्येक प्रोटीन अमीनो अम्ल के बहुलक होते हैं।
- कुछ अमीनो अम्ल मानव स्वास्थ्य के लिये अति आवश्यक होते हैं। इस तरह से अमीनो अम्ल अनिवार्य या अनानिवार्य हो सकते हैं। अनानिवार्य वे होते हैं जो हमारे शरीर में बनते हैं जबकि हम अनिवार्य अमीनो अम्ल की आपूर्ति अपने खाद्य पदार्थ से करते हैं।
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Question 11 of 20
11. Question
1 pointsमनुष्य के शरीर में पाए जाने वाला हीमोग्लोबीन कौन-सा/से उपखंड़ों से बना है?
- अल्फा
- बीटा
- गामा
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये।
Correct
व्याख्याः वयस्क मनुष्य का हीमोग्लोबीन चार उपखंड़ों का बना होता है। इनमें दो एक-दूसरे के समान होते हैं। दो उपखंड अल्फा व दो उपखंड बीटा प्रकार के होते हैं, जो आपस में मिलकर मनुष्य के हीमोग्लोबीन (Hb) बनाते हैं।
Incorrect
व्याख्याः वयस्क मनुष्य का हीमोग्लोबीन चार उपखंड़ों का बना होता है। इनमें दो एक-दूसरे के समान होते हैं। दो उपखंड अल्फा व दो उपखंड बीटा प्रकार के होते हैं, जो आपस में मिलकर मनुष्य के हीमोग्लोबीन (Hb) बनाते हैं।
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Question 12 of 20
12. Question
1 pointsएंजाइम के संबंध नीचे दिये गए कथनों पर विचार कीजिये।
- सभी एंजाइम प्रोटीन होते हैं।
- एंजाइम का ताप में परिवर्तन से कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
Correct
व्याख्याः पहल कथन सत्य है। लगभग सभी एंजाइम प्रोटीन होते हैं। कुछ न्यूक्लिक अम्ल एंजाइम की तरह व्यवहार कहते हैं, इन्हें राइबोजाइम्स कहते हैं। एक एंजाइम में प्रोटीन की तरह प्राथमिक संरचना मिलती है जो एमीनो अम्ल की शृंखला से बना होता है। प्रोटीन की एंजाइम में भी द्वितीयक व तृतीयक संरचना मिलती है।
- एंजाइम सामान्यतः तापक्रम व पीएच के लघु परिसर में कार्य करते हैं। प्रत्येक एंजाइम की अधिकतम क्रियाशीलता एक विशेष तापक्रम व पीएच पर होती है, जिसे क्रमशः ईष्टतम तापक्रम व पीएच कहते हैं।
- इस ईष्टतम मान के ऊपर या नीचे होने से क्रियाशीलता घट जाती है। निम्न तापक्रम एंजाइम को अस्थायी रूप से निष्क्रिय अवस्था में सुरक्षित रखता है, जबकि उच्च तापक्रम एंजाइम की क्रियाशीलता को समाप्त कर देता है, क्योंकि उच्च तापक्रम एंजाइम के प्रोटीन को विकृत कर देता है।
Incorrect
व्याख्याः पहल कथन सत्य है। लगभग सभी एंजाइम प्रोटीन होते हैं। कुछ न्यूक्लिक अम्ल एंजाइम की तरह व्यवहार कहते हैं, इन्हें राइबोजाइम्स कहते हैं। एक एंजाइम में प्रोटीन की तरह प्राथमिक संरचना मिलती है जो एमीनो अम्ल की शृंखला से बना होता है। प्रोटीन की एंजाइम में भी द्वितीयक व तृतीयक संरचना मिलती है।
- एंजाइम सामान्यतः तापक्रम व पीएच के लघु परिसर में कार्य करते हैं। प्रत्येक एंजाइम की अधिकतम क्रियाशीलता एक विशेष तापक्रम व पीएच पर होती है, जिसे क्रमशः ईष्टतम तापक्रम व पीएच कहते हैं।
- इस ईष्टतम मान के ऊपर या नीचे होने से क्रियाशीलता घट जाती है। निम्न तापक्रम एंजाइम को अस्थायी रूप से निष्क्रिय अवस्था में सुरक्षित रखता है, जबकि उच्च तापक्रम एंजाइम की क्रियाशीलता को समाप्त कर देता है, क्योंकि उच्च तापक्रम एंजाइम के प्रोटीन को विकृत कर देता है।
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Question 13 of 20
13. Question
1 pointsसंपूर्ण जैवमंडल में सर्वाधिक मात्र में कौन-सा प्रोटीन पाया जाता है?
Correct
व्याख्याः संपूर्ण जैवमंडल में सर्वाधिक प्रचुरता में मिलने वाला प्रोटीन रूबीस्को (RUBISCO) है तथा प्राणी जगत में सर्वाधिक प्रचुरता में मिलने वाला प्रोटीन कोलेजेन है।
Incorrect
व्याख्याः संपूर्ण जैवमंडल में सर्वाधिक प्रचुरता में मिलने वाला प्रोटीन रूबीस्को (RUBISCO) है तथा प्राणी जगत में सर्वाधिक प्रचुरता में मिलने वाला प्रोटीन कोलेजेन है।
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Question 14 of 20
14. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा जीवों में आनुवंशिक सूचनाओं का संवाहक होता है?
Correct
व्याख्याः न्यूक्लिक अम्ल जीवों में आनुवंशिक सूचनाओं के वाहक होते हैं, जो इसे पैतृक पीढ़ी से संतति में आगे बढ़ाते हैं।
- किसी भी जैव ऊतक के अविलेय अंश में वृहत् अणु मिलता है, उसे न्यूक्लिक अम्ल कहते हैं। यह पॉलीयूक्लीयोटाइडस होते हैं। यह पॉलीसैकेराइड्स व पॉलीपेप्टाइड्स के साथ समाविष्ट होकर किसी भी जीव ऊतक या कोशिका का वास्तविक वृहत् आण्विक अंश बनाता है। न्यूक्लिक अम्ल न्यूक्लीयोटाइड से मिलकर बना होता है।
Incorrect
व्याख्याः न्यूक्लिक अम्ल जीवों में आनुवंशिक सूचनाओं के वाहक होते हैं, जो इसे पैतृक पीढ़ी से संतति में आगे बढ़ाते हैं।
- किसी भी जैव ऊतक के अविलेय अंश में वृहत् अणु मिलता है, उसे न्यूक्लिक अम्ल कहते हैं। यह पॉलीयूक्लीयोटाइडस होते हैं। यह पॉलीसैकेराइड्स व पॉलीपेप्टाइड्स के साथ समाविष्ट होकर किसी भी जीव ऊतक या कोशिका का वास्तविक वृहत् आण्विक अंश बनाता है। न्यूक्लिक अम्ल न्यूक्लीयोटाइड से मिलकर बना होता है।
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Question 15 of 20
15. Question
1 pointsकोशिका के संबंध में नीचे दिये गए कथनों पर विचार कीजिए।
- लैंगिक जनन करने वाले किसी भी जीवधारी का जीवन चक्र कोशिकीय युग्मनज (जाइगोट) से प्रारंभ होता है।
- कोशिका विभाजन के दौरान डीएनए प्रतिकृति व कोशिका वृद्धि होती है।
- जीवधारियों में कोशिका का विभाजन केवल व्यस्क होने तक होता है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
Correct
व्याख्याः कथन 1 और 2 सत्य हैं तथा कथन 3 असत्य है।
- कोशिका सिद्धांत के अनुसार एक कोशिका का निर्माण पूर्ववर्ती कोशिका से होता है। इस प्रक्रिया को कोशिका विभाजन कहते हैं। लैंगिक जनन करने वाले किसी जीवधारी का जीवन चक्र एक कोशिकीय युग्मनज (जाइगोट) से प्रारंभ होता है।
- कोशिका विभाजन सभी जीवों के लिये एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया है। एक कोशिका विभाजन के दौरान डीएनए प्रतिकृति व कोशिका वृद्धि होती है। ये सभी प्रक्रियाएँ जैसे- कोशिका विभाजन, डीएनए प्रतिकृति और कोशिका वृद्धि एक-दूसरे के साथ समायोजित होकर इस प्रकार संपन्न होती हैं कि कोशिका विभाजन सही होता है व संतति कोशिकाओं में इनकी पैतृक कोशिकाओं वाला जीनोम होता है।
- कोशिका विभाजन जीवधारी के वयस्क बनने के बाद भी नहीं रुकता, बल्कि यह उसके जीवन भर चलता रहता है। उन अवस्थाओं को जिनके अंतर्गत कोशिका एक विभाजन से दूसरे विभाजन की ओर गुजरती है, उसे कोशिका चक्र कहते हैं।
Incorrect
व्याख्याः कथन 1 और 2 सत्य हैं तथा कथन 3 असत्य है।
- कोशिका सिद्धांत के अनुसार एक कोशिका का निर्माण पूर्ववर्ती कोशिका से होता है। इस प्रक्रिया को कोशिका विभाजन कहते हैं। लैंगिक जनन करने वाले किसी जीवधारी का जीवन चक्र एक कोशिकीय युग्मनज (जाइगोट) से प्रारंभ होता है।
- कोशिका विभाजन सभी जीवों के लिये एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया है। एक कोशिका विभाजन के दौरान डीएनए प्रतिकृति व कोशिका वृद्धि होती है। ये सभी प्रक्रियाएँ जैसे- कोशिका विभाजन, डीएनए प्रतिकृति और कोशिका वृद्धि एक-दूसरे के साथ समायोजित होकर इस प्रकार संपन्न होती हैं कि कोशिका विभाजन सही होता है व संतति कोशिकाओं में इनकी पैतृक कोशिकाओं वाला जीनोम होता है।
- कोशिका विभाजन जीवधारी के वयस्क बनने के बाद भी नहीं रुकता, बल्कि यह उसके जीवन भर चलता रहता है। उन अवस्थाओं को जिनके अंतर्गत कोशिका एक विभाजन से दूसरे विभाजन की ओर गुजरती है, उसे कोशिका चक्र कहते हैं।
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Question 16 of 20
16. Question
1 pointsस्तनधारियों की कोशिकाओं की औसत कोशिका चक्र अवधि कितनी होती है?
Correct
व्याख्याः स्तनधारियों की कोशिकाओं की औसत कोशिका चक्र अवधि 24 घंटे होती है। यद्यपि कोशिका चक्र की यह अवधि एक जीव से दूसरे जीव एवं एक कोशिका से दूसरी कोशिका प्रारूप के लिये बदल सकती है।
Incorrect
व्याख्याः स्तनधारियों की कोशिकाओं की औसत कोशिका चक्र अवधि 24 घंटे होती है। यद्यपि कोशिका चक्र की यह अवधि एक जीव से दूसरे जीव एवं एक कोशिका से दूसरी कोशिका प्रारूप के लिये बदल सकती है।
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Question 17 of 20
17. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?
Correct
व्याख्याः उपरोक्त तीनों कथन सत्य हैं।
- कोशिका चक्र की दो मूल प्रवस्थाएँ होती हैं-
- अंतरावस्था (Interphase)
- एम प्रवस्था (सूत्री विभाजन) (Mitosis Phase)
- सूत्री विभाजन उस अवस्था को व्यक्त करता है, जिसमें वास्तव में कोशिका का विभाजन या समसूत्री विभाजन होता है तथा अंतरावस्था दो क्रमिक एव प्रवस्थाओं के बीच की प्रावस्था को व्यक्त करती है। सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि मनुष्य की कोशिका के औसतन अवधि चौबीस घंटे की कोशिका चक्र में कोशिका विभाजन सिर्फ एक घंटे में पूर्ण होता है, जिसमें कोशिका चक्र की कुल अवधि की 95 प्रतिशत से अधिक की अवधि अंतरावस्था में ही व्यतीत होती है।
- सूत्री विभाजन प्रवस्था का आरंभ केंद्रक के विभाजन से होता है तथा इसका अंत कोशिकाद्रव्य विभाजन से होता है।
Incorrect
व्याख्याः उपरोक्त तीनों कथन सत्य हैं।
- कोशिका चक्र की दो मूल प्रवस्थाएँ होती हैं-
- अंतरावस्था (Interphase)
- एम प्रवस्था (सूत्री विभाजन) (Mitosis Phase)
- सूत्री विभाजन उस अवस्था को व्यक्त करता है, जिसमें वास्तव में कोशिका का विभाजन या समसूत्री विभाजन होता है तथा अंतरावस्था दो क्रमिक एव प्रवस्थाओं के बीच की प्रावस्था को व्यक्त करती है। सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि मनुष्य की कोशिका के औसतन अवधि चौबीस घंटे की कोशिका चक्र में कोशिका विभाजन सिर्फ एक घंटे में पूर्ण होता है, जिसमें कोशिका चक्र की कुल अवधि की 95 प्रतिशत से अधिक की अवधि अंतरावस्था में ही व्यतीत होती है।
- सूत्री विभाजन प्रवस्था का आरंभ केंद्रक के विभाजन से होता है तथा इसका अंत कोशिकाद्रव्य विभाजन से होता है।
-
Question 18 of 20
18. Question
1 pointsकोशिका विभाजन के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
- सूत्री विभाजन केवल द्विगुणित कोशिकाओं में होता है।
- बहुकोशिकीय जीवधारियों की वृद्धि सूत्री विभाजन के कारण होती है।
- क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत कोशिकाओं के अर्धसूत्री विभाजन के द्वारा होती है।
कूटः
Correct
व्याख्याः
- पहला कथन सत्य है। सूत्री विभाजन केवल द्विगुणित कोशिकाओं में होता है।
- दूसरा कथन सत्य है। सूत्री विभाजन के कारण ही बहुकोशिकीय जीवधारियों की वृद्धि होती है तथा इस विभाजन से बनने वाली द्विगुणित संतति कोशिकाएँ साधारणतया समान आनुवंशिक अवयव वाली होती है।
- तीसरा कथन असत्य है। सूत्री विभाजन के द्वारा शरीर की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत होती है।
Incorrect
व्याख्याः
- पहला कथन सत्य है। सूत्री विभाजन केवल द्विगुणित कोशिकाओं में होता है।
- दूसरा कथन सत्य है। सूत्री विभाजन के कारण ही बहुकोशिकीय जीवधारियों की वृद्धि होती है तथा इस विभाजन से बनने वाली द्विगुणित संतति कोशिकाएँ साधारणतया समान आनुवंशिक अवयव वाली होती है।
- तीसरा कथन असत्य है। सूत्री विभाजन के द्वारा शरीर की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत होती है।
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Question 19 of 20
19. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कोशिका के किस विभाजन के बाद अगुणित संतति कोशिकाओं में गुणसूत्रों की संख्या आधी हो जाती है?
Correct
व्याख्याः अर्धसूत्री कोशिका विभाजन के बाद बनने वाली अगुणित संतति कोशिकाओं में गुणसूत्रों की संख्या आधी हो जाती है। अर्धसूत्री कोशिका विभाजन उन द्विगुणित कोशिआकों में होता है जो युग्मक निर्माण के लिये निर्धारित होती हैं।
अर्धसूत्री विभाजन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा लैंगिक जनन करने वाले जीवों की प्रत्येक जाति में विशिष्ट गुणसूत्रों की संख्या पीढ़ी दर पीढ़ी संरक्षित रहती है।Incorrect
व्याख्याः अर्धसूत्री कोशिका विभाजन के बाद बनने वाली अगुणित संतति कोशिकाओं में गुणसूत्रों की संख्या आधी हो जाती है। अर्धसूत्री कोशिका विभाजन उन द्विगुणित कोशिआकों में होता है जो युग्मक निर्माण के लिये निर्धारित होती हैं।
अर्धसूत्री विभाजन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा लैंगिक जनन करने वाले जीवों की प्रत्येक जाति में विशिष्ट गुणसूत्रों की संख्या पीढ़ी दर पीढ़ी संरक्षित रहती है। -
Question 20 of 20
20. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन पौधों में जल एवं खनिजों के परिवहन का कार्य करते हैं?
- साइटोप्लाजमिक
- जाइलम
- फ्लोएम
- एक्वापोरिन
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनियेः
Correct
व्याख्याः पौधों में जल, खनिज पोषक व कार्बनिक पोषक तत्त्वों का परिवहन साइटोप्लाजमिक धारा, जाइलम एवं फ्लोएम के द्वारा होता है।
Incorrect
व्याख्याः पौधों में जल, खनिज पोषक व कार्बनिक पोषक तत्त्वों का परिवहन साइटोप्लाजमिक धारा, जाइलम एवं फ्लोएम के द्वारा होता है।