सामान्य विज्ञान टेस्ट 2
सामान्य विज्ञान टेस्ट 2
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इस टेस्ट में सम्मिलित प्रश्न एन.सी.ई.आर.टी. पर आधारित है|
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Question 1 of 20
1. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. एक कोशीय जीव की प्राकृतिक मृत्यु नहीं होती है।
2. एक कोशीय जीव द्विखंडन के द्वारा नए जीव पैदा करता है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?Correct
Incorrect
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Question 2 of 20
2. Question
1 pointsअलैंगिक जनन की विशेषताओं के संबंध में नीचे दिये गए कथनों पर विचार कीजियेः
1. इसमें एकल जीव संतति उत्पन्न करने की क्षमता रखता है।
2. अलैंगिक जनन केवल पादपों में पाया जाता है।
3. इस विधि द्वारा उत्पन्न होने वाली संतति आनुवंशिक रूप से एकसमान होती है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?Correct
केवल पहला व तीसरा कथन सत्य है।
अलैंगिक जनन विधि में एकल जीव (जनन) संतति उत्पन्न करने की क्षमता रखता है। इसके परिणामस्वरूप जो संतति उत्पन्न होती है, वह केवल एक-दूसरे के समरूप ही नहीं बल्कि अपने जनक के एकदम समान होती है। अर्थात् ये संततियाँ आनुवंशिक रूप से भी एकसमान होती हैं।
दूसरा कथन असत्य है। अलैंगिक जनन सामान्य रूप से एकल जीव, पादप तथा जीव (अपेक्षाकृत साधारण जीव) आदि में पाया जाता है।Incorrect
केवल पहला व तीसरा कथन सत्य है।
अलैंगिक जनन विधि में एकल जीव (जनन) संतति उत्पन्न करने की क्षमता रखता है। इसके परिणामस्वरूप जो संतति उत्पन्न होती है, वह केवल एक-दूसरे के समरूप ही नहीं बल्कि अपने जनक के एकदम समान होती है। अर्थात् ये संततियाँ आनुवंशिक रूप से भी एकसमान होती हैं।
दूसरा कथन असत्य है। अलैंगिक जनन सामान्य रूप से एकल जीव, पादप तथा जीव (अपेक्षाकृत साधारण जीव) आदि में पाया जाता है। -
Question 3 of 20
3. Question
1 pointsलैंगिक जनन के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?
Correct
व्याख्याः लैंगिक जनन के संबंध में उपरोक्त तीनों कथन सत्य हैं। कोई भी कथन असत्य नहीं है।
- लैंगिक जनन के अंतर्गत एक से जीव अथवा अभिमुख (विपरीत) लिंग वाले भिन्न जीवों द्वारा नर तथा मादा युग्मक (गैमीटों) का निर्माण शामिल है। ये युग्मक आपस में मिलकर युग्मनज (जाइगोट) का निर्माण करते हैं जिससे आगे चलकर नए जीव का निर्माण होता है।
- लैंगिक जनन अलैंगिक जनन की तुलना में एक विस्तृत, जटिल तथा धीमी प्रक्रिया है।
- नर तथा मादा युग्मकों के युग्मन से जो लैंगिक जनन संपन्न होता है उसके परिणामस्वरूप जो संतति उत्पन्न होती है, वह अपने जनकों के अथवा आपस में भी समरूप नहीं होती है।
Incorrect
व्याख्याः लैंगिक जनन के संबंध में उपरोक्त तीनों कथन सत्य हैं। कोई भी कथन असत्य नहीं है।
- लैंगिक जनन के अंतर्गत एक से जीव अथवा अभिमुख (विपरीत) लिंग वाले भिन्न जीवों द्वारा नर तथा मादा युग्मक (गैमीटों) का निर्माण शामिल है। ये युग्मक आपस में मिलकर युग्मनज (जाइगोट) का निर्माण करते हैं जिससे आगे चलकर नए जीव का निर्माण होता है।
- लैंगिक जनन अलैंगिक जनन की तुलना में एक विस्तृत, जटिल तथा धीमी प्रक्रिया है।
- नर तथा मादा युग्मकों के युग्मन से जो लैंगिक जनन संपन्न होता है उसके परिणामस्वरूप जो संतति उत्पन्न होती है, वह अपने जनकों के अथवा आपस में भी समरूप नहीं होती है।
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Question 4 of 20
4. Question
1 pointsजब एक ही पादप में नर तथा मादा दोनों जनन संरचनाएँ पाई जाती हैं तो इन्हें कहते हैं-
Correct
पादपों में नर तथा मादा दोनों जनन संरचनाएँ पाई जाती हैं; परंतु जब एक ही पादप में नर तथा मादा दोनों जनन संरचनाएँ पाई जाती हैं तो वह ‘द्विलिंगी’ कहलाता है। किंतु जब नर एवं मादा जनन संरचनाएँ अलग-अलग पादपों पर हों तो वह ‘एकलिंगी’ पादप कहलाता है।
Incorrect
पादपों में नर तथा मादा दोनों जनन संरचनाएँ पाई जाती हैं; परंतु जब एक ही पादप में नर तथा मादा दोनों जनन संरचनाएँ पाई जाती हैं तो वह ‘द्विलिंगी’ कहलाता है। किंतु जब नर एवं मादा जनन संरचनाएँ अलग-अलग पादपों पर हों तो वह ‘एकलिंगी’ पादप कहलाता है।
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Question 5 of 20
5. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. पुष्पीय पादपों में एकलिंगी नर पुष्प पुंकेसर (परागकण) धारण किये रहता है।
2. नारियल का वृक्ष उभय-लिंगाश्रयी पादपों का उदाहरण है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?Correct
पहला कथन सत्य है। पुष्पीय पादपों में एकलिंगी नर पुष्प पुंकेसरी होता है अर्थात् पुंकेसर (परागकण) वहन करने वाला, जबकि मादा पुष्प स्त्रकेसर अर्थात् स्त्रीकेसर धारण किये रहता है। कुछ पुष्पीय पादपों में एक अकेला पादप उभयलिंगाश्रयी (नर या मादा दोनों लिंगी) हो सकता है और इनमें पैदा होने वाले पुष्प एकलिंगी तथा द्विलिंगी दोनों हो सकते हैं।
दूसरा कथन भी सत्य है। उभयलिंगाश्रयी पादपों के कुछ उदाहरण कुकरविट तथा नारियल वृक्ष हैं, जबकि पपीता तथा खजूर एकलिंगाश्रयी के उदाहरण हैं।Incorrect
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Question 6 of 20
6. Question
1 pointsकुछ जीवों जैसे मधुमक्खी एवं छिपकलियों में बिना निषेचन अर्थात् नर युग्मक के युग्मन के बिना ही मादा युग्मक नए जीव के निर्माण हेतु विकसित होने लगता है। इस प्रकार के निषेचन को क्या कहते हैं?
Correct
Incorrect
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Question 7 of 20
7. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से किन जीवों में बाह्य निषेचन होता है?
1. शैवाल
2. मछली
3. साँप
4. मेंढक
कूटःCorrect
अधिकतर जलीय जीवों में जैसे अधिकतर शैवालों तथा मछलियों और यहाँ तक कि जल- स्थल चर प्राणियों में युग्मक-संलयन बाहरी माध्यम (जल) में अर्थात् जीव के शरीर के बाहर संपन्न होता है। इस प्रकार के युग्मक-संलयन को बाह्य निषेचन (एक्सटर्नल फर्टिलाइज़ेशन) कहा जाता है। बाह्य निषेचन करने वाले जीव दो लिंगों में व्यापक समकालिकता प्रदर्शित करते हैं तथा बाहरी माध्यम (जल) युग्मक संलयन के अवसर को बढ़ाने के लिये काफी संख्या में युग्मक निर्मुक्त करते हैं। ऐसा ‘बौनी फिश’ एवं मेंढकों में होता है। जहाँ भारी संख्या में संतानें पैदा होती हैं, परंतु इसमें सबसे बड़ी कमी यह है कि इनकी संतानें शिकारियों का शिकार होने जैसी नाजुक स्थिति से गुज़रती हैं और वयस्क होने तक उनकी उत्तरजीविता काफी जोखिमपूर्ण होती है।
Incorrect
-
Question 8 of 20
8. Question
1 pointsपक्षियों तथा सरीसृप वर्ग के प्राणियों द्वारा निषेचित अंडे का आवरण किस पदार्थ का बना होता है?
Correct
Incorrect
-
Question 9 of 20
9. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा पुष्प नर जनन अंग का प्रतिनिधित्व करता है?
Correct
Incorrect
-
Question 10 of 20
10. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. परागकण के परिपक्व होने पर उसमें कायिक कोशिका तथा जनन कोशिका का विकास होता है।
2. पुष्पीय पौधों के परागकण पोषक तत्त्वों से भरपूर होते हैं।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?Correct
जब परागकण परिपक्व होता है तब उसमें दो कोशिकाएँ- कायिक कोशिका तथा जनन कोशिका समाहित होती है। कायिक कोशिका बड़ी होती है जिसमें प्रचुर खाद्य भंडार तथा एक विशाल अनियमित आकृति का केन्द्रक होता है जबकि जनन कोशिका छोटी होती है तथा कायिक कोशिका के जीवद्रव्य में तैरती रहती है।
परागकण पोषण से भरपूर होते हैं। हाल के वर्षों में आहार संपूरकों के रूप में पराग गोलियों (टैबलेट्स) के लेने का प्रचलन बढ़ा है। पश्चिमी देशों में भारी मात्रा में पराग उत्पाद गोलियों एवं सीरप के रूप में बाज़ारों में उपलब्ध है। पराग खपत का यह दावा है कि यह खिलाड़ियों एवं धावक अश्वों (घोड़ों) की कार्यदक्षता में वृद्धि करता है।Incorrect
-
Question 11 of 20
11. Question
1 pointsपुष्पों के परागकणों को संरक्षित करने के लिये उपयोग किया जाता है-
Correct
बहुत से पुष्पों के परागकणों को द्रव नाइट्रोजन (-196ºC) में कई वर्षों तक भंडारित किया जाता है। इस प्रकार से भंडारित पराग का प्रयोग बीज भंडार (बैंक) की भाँति पराग भंडारों (बैंकों) के रूप में फसल प्रजनन कार्यक्रम में किया जाता है।
Incorrect
-
Question 12 of 20
12. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. पुष्पीय पादपों में निषेचन परागण की प्रक्रिया के द्वारा होता है।
2. पौधों में परागण केवल जीवीय (प्राणी) कारक या अभिकर्मक के द्वारा ही होता है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?Correct
Incorrect
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Question 13 of 20
13. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा जीव (प्राणी) पुष्पीय पादप के परागण में सहायता नहीं करता है?
Correct
गौरैया पुष्पीय पादपों के लिये परागण कारक/कर्मक के रूप में कार्य नहीं करती है।
अधिकांश पुष्पीय पादप परागण के लिये प्राणियों को परागण कारक/कर्मक के रूप में उपयोग करते हैं। मधुमक्खियाँ, भौंरे, तितलियाँ, बर्र, चीटियाँ, शलभ या कीट, पक्षी (शकखोरा तथा गुंजनपक्षी) तथा चमगादड़ आदि सामान्य परागणीय अभिकर्मक हैं। प्राणियों में कीट-पतंग विशेष रूप से। मधुमक्खियाँ, प्रधान जीवीय परागण कर्मक हैं।Incorrect
-
Question 14 of 20
14. Question
1 pointsबोरावस्त्र तकनीक (बैगिंग टेकनिक) तथा विपुंसन तकनीक संबंधित है-
Correct
पुष्पीय पादपों के कृत्रिम संकरीकरण हेतु बोरावस्त्र तकनीक (बैगिंग टेकनिक) तथा विपुंसन तकनीक का उपयोग किया जाता है। कृत्रिम संकरीकरण फसल की उन्नति या प्रगतिशीलता कार्यक्रम के लिये एक प्रमुख उपागम है। इस प्रकार के संकरण प्रयोगों हेतु यह सुनिश्चित करना महत्त्वपूर्ण है कि केवल अपेक्षित परागों का उपयोग परागण के लिये किया जाए तथा वर्तिकाग्र को संदूषण (अनापेक्षित परागों) से बचाया जाए।
Incorrect
-
Question 15 of 20
15. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा/से आभासी फल (False Fruits) के उदाहरण है/हैं?
1. केला
2. सेब
3. स्ट्राबेरी
कूटःCorrect
जिन फलों की रचना में पुष्पासन (Thalamus) की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है, उन्हें आभासी/मिथ्या फल (False Fruits) कहते हैं। जैसे- सेब, स्ट्राबेरी (रसभरी), काजू आदि।
केला अनिषेकजनित फल (Parthenocarpic Fruits) का उदाहरण है।Incorrect
-
Question 16 of 20
16. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. वे फल जो अंडाशय में विकसित होते हैं उन्हें वास्तविक फल (Real Fruits) कहते हैं।
2. वे फल जो बिना निषेचन के विकसित होते हैं उन्हें अनिषेकजनित फल (Parthenocarpic Fruits) कहते हैं।
3. अनिषेकजनित फल बीजरहित होते हैं।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?Correct
Incorrect
-
Question 17 of 20
17. Question
1 pointsधरती पर पाए जाने वाली घास बिना निषेचन के ही बीज पैदा कर लेती है। इस प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
Correct
यद्यपि सामान्य तौर पर बीज निषेचन के परिणाम हैं; कुछेक पुष्पी पादपों, जैसे कि एस्ट्रेर्सिया तथा घासों ने बिना निषेचन के ही बीज पैदा करने की प्रक्रिया विकसित कर ली है जिसे असंगजनन (Apomixes) कहते हैं।
Incorrect
-
Question 18 of 20
18. Question
1 pointsनर जर्म कोशिकाएँ शुक्राणुओं का निर्माण करती हैं-
Correct
प्रत्येक वृषण पालिका के अंदर एक से लेकर तीन अति कुंडलित शुक्रजनक नलिकाएँ (सेमिनिफेरस ट्यूबुल्स) होती हैं, जिनमें शुक्राणु पैदा होते हैं। प्रत्येक शुक्रजनक नलिका का भीतरी भाग दो प्रकार की कोशिकाओं से स्तरित होती है जिन्हें नर जर्म कोशिकाएँ (शुक्राणु जनन) और सर्टोली कोशिकाएँ कहते हैं।
नर जर्म कोशिकाएँ अर्धसूत्री विभाजन या अर्धसूत्रण के फलस्वरूप शुक्राणुओं का निर्माण करती हैं, जबकि सर्टोली कोशिकाएँ जर्म कोशिकाओं को पोषण प्रदान करती हैं।
Incorrect
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Question 19 of 20
19. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से मानव शरीर के किस अंग में निषेचन (Fertilization) की क्रिया होती है?
Correct
निषेचन स्त्री जनन तंत्र के अंतर्गत अंडवाहिनी में संपन्न होता है। यहाँ नर युग्मक (शुक्राणु), मादा युग्मक (अंडाणु) में निषेचन क्रिया के द्वारा युग्मनज (Zygote) का निर्माण करते हैं।
Incorrect
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Question 20 of 20
20. Question
1 pointsपुरुषों में किशोरावस्था/यौवनारंभ के समय शुक्राणु जनन की प्रक्रिया किस हार्मोन के स्रावण के कारण आरंभ होती है?
Correct
पुरुषों में शुक्रजनन प्रक्रिया किशोरावस्था/यौवनारंभ से होने लगती है, क्योंकि इस दौरान गोनैडोट्रॉपिन रिलीजिंग हार्मोन के स्रावण में काफी वृद्धि हो जाती है।
Incorrect