मानव भूगोल के मूल सिद्धांत टेस्ट 8
मानव भूगोल के मूल सिद्धांत टेस्ट 8
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Information
इस टेस्ट में सम्मिलित प्रश्न कक्षा 12 की पुस्तक मानव भूगोल के मूल सिद्धांत (एन.सी.ई.आर.टी.) पर आधारित है| यदि आप ‘मानव भूगोल के मूल सिद्धांत’ विषय की अधिक जानकारी नहीं रखते है तो इस टेस्ट को देने से पहले आप पुस्तक का रिविजन अवश्य करें|
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Question 1 of 4
1. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. प्रौद्योगिकी किसी समाज के सांस्कृतिक विकास के स्तर की सूचक होती है।
2. मानव भूगोल, भौतिक पर्यावरण तथा मानव जनित सामाजिक-सांस्कृतिक पर्यावरण के अंतर्संबंधों का अध्ययन उनकी परस्पर अन्योन्यक्रिया के द्वारा करता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- चूँकि मानव प्रकृति के नियमों को बेहतर ढंग से समझने के बाद ही प्रौद्योगिकी का विकास कर पाया है। प्रौद्योगिक विकास ने मानव समाज के सांस्कृतिक विकास को अत्यधिक प्रभावित किया है। अतः कथन (1) सही है|
- प्रौद्योगिकी मनुष्य पर पर्यावरण की बंदिशों को कम करती है। उदाहरण के तौर पर आदिम मानव के संदर्भ में समझा जा सकता है कि उनके समय में प्रौद्योगिकी का स्तर अत्यंत निम्न और सामाजिक विकास की अवस्था भी निम्न थी।
- गौरतलब है कि विश्व के ठंडे क्षेत्र, जहाँ की जलवायु जीवन जीने के अनुकूल नहीं थी, किंतु प्रौद्योगिकी विकास के कारण वे क्षेत्र सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से विश्व में अग्रणी हैं।
Incorrect
व्याख्याः
- चूँकि मानव प्रकृति के नियमों को बेहतर ढंग से समझने के बाद ही प्रौद्योगिकी का विकास कर पाया है। प्रौद्योगिक विकास ने मानव समाज के सांस्कृतिक विकास को अत्यधिक प्रभावित किया है। अतः कथन (1) सही है|
- प्रौद्योगिकी मनुष्य पर पर्यावरण की बंदिशों को कम करती है। उदाहरण के तौर पर आदिम मानव के संदर्भ में समझा जा सकता है कि उनके समय में प्रौद्योगिकी का स्तर अत्यंत निम्न और सामाजिक विकास की अवस्था भी निम्न थी।
- गौरतलब है कि विश्व के ठंडे क्षेत्र, जहाँ की जलवायु जीवन जीने के अनुकूल नहीं थी, किंतु प्रौद्योगिकी विकास के कारण वे क्षेत्र सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से विश्व में अग्रणी हैं।
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Question 2 of 4
2. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?1. प्रकृति का ज्ञान प्रौद्योगिकी को विकसित करने के लिये आवश्यक नहीं है।
2. अभाव की अवस्था से स्वतंत्रता की अवस्था की ओर अग्रसर होना निश्चयवाद कहलाता है।
कूटःCorrect
व्याख्याः
- अभाव की अवस्था से स्वतंत्रता की अवस्था की ओर अग्रसर होना संभववाद कहलाता है, न कि निश्चयवाद। अतः कथन (2) सही नहीं है |
- पर्यावरण से प्राप्त संसाधनों के द्वारा मानव, संभावनाओं को जन्म देते हैं। मानवीय क्रियाएँ सांस्कृतिक भू-दृश्य की रचना करती हैं। इसे ही विद्वानों ने संभववाद का नाम दिया है।
- प्रकृति का ज्ञान प्रौद्योगिकी को विकसित करने के लिये महत्त्वपूर्ण है और प्रौद्योगिकी मनुष्य पर पर्यावरण की बंदिशों को कम करती है। उदाहरण के तौर पर समझा जा सकता है कि मानव प्रकृति के नियमों को बेहतर ढंग से समझने के बाद ही प्रौद्योगिकी का विकास कर पाया, घर्षण और ऊष्मा की संकल्पनाओं ने अग्नि की खोज में मानव की सहायता की। इसी प्रकार डीएनए और आनुवंशिकी के रहस्यों की समझ ने हमें अनेक बीमारियों पर विजय पाने के योग्य बनाया। अतः कथन (1) सही नहीं है।
- प्राकृतिक पर्यावरण से अन्योन्य क्रिया की आरंभिक अवस्थाओं में मानव इससे अत्यधिक प्रभावित हुआ था। इसने प्रकृति के अनुसार अपने आपको ढाल लिया। इसका कारण यह है कि प्रौद्योगिकी का स्तर अत्यंत निम्न था और मानव की सामाजिक विकास की अवस्था भी आदिम थी।
- आदिम मानव समाज और प्रकृति की प्रबल शक्तियों के बीच इस प्रकार की अन्योन्यक्रिया को पर्यावरणीय निश्चयवाद कहा गया।
Incorrect
व्याख्याः
- अभाव की अवस्था से स्वतंत्रता की अवस्था की ओर अग्रसर होना संभववाद कहलाता है, न कि निश्चयवाद। अतः कथन (2) सही नहीं है |
- पर्यावरण से प्राप्त संसाधनों के द्वारा मानव, संभावनाओं को जन्म देते हैं। मानवीय क्रियाएँ सांस्कृतिक भू-दृश्य की रचना करती हैं। इसे ही विद्वानों ने संभववाद का नाम दिया है।
- प्रकृति का ज्ञान प्रौद्योगिकी को विकसित करने के लिये महत्त्वपूर्ण है और प्रौद्योगिकी मनुष्य पर पर्यावरण की बंदिशों को कम करती है। उदाहरण के तौर पर समझा जा सकता है कि मानव प्रकृति के नियमों को बेहतर ढंग से समझने के बाद ही प्रौद्योगिकी का विकास कर पाया, घर्षण और ऊष्मा की संकल्पनाओं ने अग्नि की खोज में मानव की सहायता की। इसी प्रकार डीएनए और आनुवंशिकी के रहस्यों की समझ ने हमें अनेक बीमारियों पर विजय पाने के योग्य बनाया। अतः कथन (1) सही नहीं है।
- प्राकृतिक पर्यावरण से अन्योन्य क्रिया की आरंभिक अवस्थाओं में मानव इससे अत्यधिक प्रभावित हुआ था। इसने प्रकृति के अनुसार अपने आपको ढाल लिया। इसका कारण यह है कि प्रौद्योगिकी का स्तर अत्यंत निम्न था और मानव की सामाजिक विकास की अवस्था भी आदिम थी।
- आदिम मानव समाज और प्रकृति की प्रबल शक्तियों के बीच इस प्रकार की अन्योन्यक्रिया को पर्यावरणीय निश्चयवाद कहा गया।
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Question 3 of 4
3. Question
1 pointsमानव भूगोल के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. मानव भूगोल, मानव समाजों और धरातल के बीच संबंधों का संश्लेषित अध्ययन है।
2. मानव भूगोल अस्थिर पृथ्वी और क्रियाशील मानव के बीच परिवर्तनशील संबंधों का अध्ययन है।
3. हमारी पृथ्वी को नियंत्रित करने वाले भौतिक नियमों तथा पृथ्वी पर रहने वाले जीवों के मध्य संबंधों के अधिक संश्लेषित ज्ञान से उत्पन्न संकल्पना मानव भूगोल है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
मानव भूगोल के संबंध में कई आधारों पर विद्वानों द्वारा परिभाषाएँ दी गईं,जो निम्नलिखित हैं-रैटजेल के अनुसार-
- मानव भूगोल मानव समाजों और धरातल के बीच संबंधों का संश्लेषित अध्ययन है।रैटजेल द्वारा दी गई परिभाषा में संश्लेषण पर ज़ोर दिया गया है।
एलन सी. सेंपल के अनुसार-
- मानव भूगोल अस्थिर पृथ्वी और क्रियाशील मानव के बीच परिवर्तनशील संबंधों का अध्ययन है। इस परिभाषा में संबंधों की गत्यात्मकता मुख्य शब्द है।
पॉल विडाल-डी-ला ब्लाश के अनुसार-
- हमारी पृथ्वी को नियंत्रित करने वाले भौतिक नियमों तथा पृथ्वी पर रहने वाले जीवों के मध्य संबंधों के अधिक संश्लेषित ज्ञान से उत्पन्न संकल्पना मानव भूगोल है।इस प्रकार मानव भूगोल पृथ्वी और मनुष्य के अंतर्संबंधों की एक नई संकल्पना प्रस्तुत करता है।
Incorrect
व्याख्याः
मानव भूगोल के संबंध में कई आधारों पर विद्वानों द्वारा परिभाषाएँ दी गईं,जो निम्नलिखित हैं-रैटजेल के अनुसार-
- मानव भूगोल मानव समाजों और धरातल के बीच संबंधों का संश्लेषित अध्ययन है।रैटजेल द्वारा दी गई परिभाषा में संश्लेषण पर ज़ोर दिया गया है।
एलन सी. सेंपल के अनुसार-
- मानव भूगोल अस्थिर पृथ्वी और क्रियाशील मानव के बीच परिवर्तनशील संबंधों का अध्ययन है। इस परिभाषा में संबंधों की गत्यात्मकता मुख्य शब्द है।
पॉल विडाल-डी-ला ब्लाश के अनुसार-
- हमारी पृथ्वी को नियंत्रित करने वाले भौतिक नियमों तथा पृथ्वी पर रहने वाले जीवों के मध्य संबंधों के अधिक संश्लेषित ज्ञान से उत्पन्न संकल्पना मानव भूगोल है।इस प्रकार मानव भूगोल पृथ्वी और मनुष्य के अंतर्संबंधों की एक नई संकल्पना प्रस्तुत करता है।
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Question 4 of 4
4. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
1. भौतिक भूगोल भौतिक/प्राकृतिक एवं मानव जगत के बीच संबंध आदि का भी अध्ययन करता है।
2. किसी भी घटना अथवा परिघटना का जो दिक् काल के संदर्भ में परिवर्तित होती है उसका भौगोलिक ढंग से अध्ययन नहीं किया जा सकता है।
3. भूगोल का मुख्य सरोकार पृथ्वी को मानव के घर के रूप में समझना और उन सभी तत्त्वों का अध्ययन करना है, जिन्होंने मानव को पोषित किया है।
4. मानव भूगोल सिर्फ भौतिक भूगोल का अध्ययन करता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?Correct
व्याख्याः
- भौतिक भूगोल के अंतर्गत भौतिक पर्यावरण का अध्ययन किया जाता है। अतः कथन (1) सही नहीं है।
- मानव भूगोल न सिर्फ भौतिक भूगोल बल्कि भौतिक/प्राकृतिक एवं मानवीय जगत के बीच संबंध, मानवीय परिघटनाओं का स्थानिक वितरण तथा उनके घटित होने के कारण एवं विश्व के विभिन्न भागों में सामाजिक और आर्थिक विभिन्नताओं का अध्ययन करता है ।अतः कथन 4 सही नहीं है।
- एक अध्ययन क्षेत्र के रूप में भूगोल समाकलनात्मक आनुभविक एवं व्यावहारिक है। अतः भूगोल की पहुँच विस्तृत है और किसी भी घटना अथवा परिघटना जो दिक् काल के संदर्भ में परिवर्तित होती है, उसका भौगोलिक ढंग से अध्ययन किया जा सकता है। अतः कथन (2) सही नहीं है।
- एक विषय के रूप में भूगोल का सरोकार पृथ्वी को मानव के घर के रूप में समझना और उन सभी तत्त्वों का अध्ययन करना है, जिन्होंने मानव को पोषित किया है। अतः कथन (3) सही है।
Incorrect
व्याख्याः
- भौतिक भूगोल के अंतर्गत भौतिक पर्यावरण का अध्ययन किया जाता है। अतः कथन (1) सही नहीं है।
- मानव भूगोल न सिर्फ भौतिक भूगोल बल्कि भौतिक/प्राकृतिक एवं मानवीय जगत के बीच संबंध, मानवीय परिघटनाओं का स्थानिक वितरण तथा उनके घटित होने के कारण एवं विश्व के विभिन्न भागों में सामाजिक और आर्थिक विभिन्नताओं का अध्ययन करता है ।अतः कथन 4 सही नहीं है।
- एक अध्ययन क्षेत्र के रूप में भूगोल समाकलनात्मक आनुभविक एवं व्यावहारिक है। अतः भूगोल की पहुँच विस्तृत है और किसी भी घटना अथवा परिघटना जो दिक् काल के संदर्भ में परिवर्तित होती है, उसका भौगोलिक ढंग से अध्ययन किया जा सकता है। अतः कथन (2) सही नहीं है।
- एक विषय के रूप में भूगोल का सरोकार पृथ्वी को मानव के घर के रूप में समझना और उन सभी तत्त्वों का अध्ययन करना है, जिन्होंने मानव को पोषित किया है। अतः कथन (3) सही है।
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I have no any idea about this but I wanna told you that my optional subject is The Geography okay.
My optional subject is the hindi sahitye