मानव भूगोल के मूल सिद्धांत टेस्ट 6
मानव भूगोल के मूल सिद्धांत टेस्ट 6
Quiz-summary
0 of 20 questions completed
Questions:
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- 6
- 7
- 8
- 9
- 10
- 11
- 12
- 13
- 14
- 15
- 16
- 17
- 18
- 19
- 20
Information
इस टेस्ट में सम्मिलित प्रश्न कक्षा 12 की पुस्तक मानव भूगोल के मूल सिद्धांत (एन.सी.ई.आर.टी.) पर आधारित है| यदि आप ‘मानव भूगोल के मूल सिद्धांत’ विषय की अधिक जानकारी नहीं रखते है तो इस टेस्ट को देने से पहले आप पुस्तक का रिविजन अवश्य करें|
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
Quiz is loading...
You must sign in or sign up to start the quiz.
You have to finish following quiz, to start this quiz:
Results
0 of 20 questions answered correctly
Your time:
Time has elapsed
You have reached 0 of 0 points, (0)
Average score |
|
Your score |
|
Categories
- Not categorized 0%
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- 6
- 7
- 8
- 9
- 10
- 11
- 12
- 13
- 14
- 15
- 16
- 17
- 18
- 19
- 20
- Answered
- Review
-
Question 1 of 20
1. Question
1 pointsनिम्नलिखित प्रदेशों में से किसमें वाणिज्य अनाज कृषि नहीं की जाती है?
Correct
व्याख्याः
- विस्तृत वाणिज्य अनाज कृषि मध्य अक्षांशों के आंतरिक शुष्क प्रदेश में की जाती है।
- अमेजन बेसिन प्रदेश वाणिज्य कृषि के लिये उपयुक्त नहीं है।
- वाणिज्य अनाज कृषि के क्षेत्र यूरेशिया के स्टेपीज, उत्तरी अमेरिका के प्रेयरीज, अर्जेंटीना के पंपास, दक्षिणी अफ्रीका के वेल्डस, ऑस्ट्रेलिया के डाउंस एवं न्यूज़ीलैंड के केंटरबरी के मैदान हैं।
Incorrect
व्याख्याः
- विस्तृत वाणिज्य अनाज कृषि मध्य अक्षांशों के आंतरिक शुष्क प्रदेश में की जाती है।
- अमेजन बेसिन प्रदेश वाणिज्य कृषि के लिये उपयुक्त नहीं है।
- वाणिज्य अनाज कृषि के क्षेत्र यूरेशिया के स्टेपीज, उत्तरी अमेरिका के प्रेयरीज, अर्जेंटीना के पंपास, दक्षिणी अफ्रीका के वेल्डस, ऑस्ट्रेलिया के डाउंस एवं न्यूज़ीलैंड के केंटरबरी के मैदान हैं।
-
Question 2 of 20
2. Question
1 pointsकारखाना कृषि के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:1. इस प्रकार की कृषि पश्चिमी यूरोप और उत्तरी अमेरिका के औद्योगिक क्षेत्रों में की जाती है।
2. इसके अंतर्गत सब्ज़ियों एवं नकदी फसलों की कृषि की जाती है।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- पश्चिमी यूरोप एवं उत्तरी अमेरिका के औद्योगिक क्षेत्रों में उद्यान कृषि के अलावा कारखाना कृषि भी की जाती है। अतः कथन (1) सही है।
- कारखाना कृषि के अंतर्गत पशुधन पाला जाता है जिसमें विशेषतः गाय, बैल एवं कुक्कुट होते हैं। अतः कथन (2) सही नहीं है।
Incorrect
व्याख्याः
- पश्चिमी यूरोप एवं उत्तरी अमेरिका के औद्योगिक क्षेत्रों में उद्यान कृषि के अलावा कारखाना कृषि भी की जाती है। अतः कथन (1) सही है।
- कारखाना कृषि के अंतर्गत पशुधन पाला जाता है जिसमें विशेषतः गाय, बैल एवं कुक्कुट होते हैं। अतः कथन (2) सही नहीं है।
-
Question 3 of 20
3. Question
1 pointsसहकारी कृषि परीक्षण विश्व के किस देश में सर्वाधिक सफल रहा है?
Correct
व्याख्याः
- सहकारी कृषि का परीक्षण डेनमार्क में सर्वाधिक सफल रहा है जहाँ प्रत्येक कृषक इसका सदस्य है।
- सहकारी आंदोलन एक शताब्दी पूर्व प्रारंभ हुआ था एवं पश्चिमी यूरोप के डेनमार्क, नीदरलैंड, बेल्ज़ियम, स्वीडन एवं इटली में यह सफलतापूर्वक चला।
- जब कृषकों का एक समूह अपनी कृषि से अधिक लाभ कमाने के लिये स्वेच्छा से एक सहकारी संस्था बनाकर कृषि कार्य संपन्न करे उसे सहकारी कृषि कहते हैं। इसमें व्यक्तिगत फार्म अक्षुण्ण रहते हुए सहकारी रूप में कृषि की जाती है।
Incorrect
व्याख्याः
- सहकारी कृषि का परीक्षण डेनमार्क में सर्वाधिक सफल रहा है जहाँ प्रत्येक कृषक इसका सदस्य है।
- सहकारी आंदोलन एक शताब्दी पूर्व प्रारंभ हुआ था एवं पश्चिमी यूरोप के डेनमार्क, नीदरलैंड, बेल्ज़ियम, स्वीडन एवं इटली में यह सफलतापूर्वक चला।
- जब कृषकों का एक समूह अपनी कृषि से अधिक लाभ कमाने के लिये स्वेच्छा से एक सहकारी संस्था बनाकर कृषि कार्य संपन्न करे उसे सहकारी कृषि कहते हैं। इसमें व्यक्तिगत फार्म अक्षुण्ण रहते हुए सहकारी रूप में कृषि की जाती है।
-
Question 4 of 20
4. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. सामूहिक कृषि सोवियत संघ की समाजवादी सरकार द्वारा प्रारंभ की गई थी।
2. भूमिगत खनन को विवृत खनन भी कहा जाता है।
3. भूमिगत अयस्कों को बाहर निकालने के लिये कूपकी खनन विधि का प्रयोग किया जाता है।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- सामूहिक कृषि पूर्व सोवियत संघ की समाजवादी सरकार द्वारा प्रारंभ की गई थी। इसके बाद अन्य समाजवादी देशों ने भी इसे अपनाया था।
- सोवियत संघ के विघटन के बाद इस प्रकार की कृषि में संशोधन किया गया है।
- सोवियत संघ में सामूहिक कृषि को कोलखहोज़ नाम दिया गया था।
- सामूहिक कृषि का आधारभूत सिद्धांत यह होता है कि इसमें उत्पादन के साधनों का स्वामित्व संपूर्ण समाज एवं सामूहिक श्रम पर आधारित होता है।
खनन:-
- मानव विकास के इतिहास में खनिजों की खोज की कई अवस्थाएँ देखी जा सकती हैं, जैसे- ताम्र युग, कांस्य युग एवं लौह युग। प्राचीन काल में खनिजों का उपयोग औज़ार बनाने, बर्तन बनाने एवं हथियार बनाने तक ही सीमित था। इसका वास्तविक विकास औद्योगिक क्रांति के पश्चात् ही संभव हुआ एवं निरंतर इनका महत्त्व बढ़ता जारहा है।
उपस्थिति की अवस्था एवं अयस्क की प्रकृति के आधार पर खनन के दो प्रकार हैं:
1. धरातलीय
2. भूमिगत खननधरातलीय खनन को विवृत खनन कहा जाता है, न कि भूमिगत खनन। अतः कथन (2) सही नहीं है।
Incorrect
व्याख्याः
- सामूहिक कृषि पूर्व सोवियत संघ की समाजवादी सरकार द्वारा प्रारंभ की गई थी। इसके बाद अन्य समाजवादी देशों ने भी इसे अपनाया था।
- सोवियत संघ के विघटन के बाद इस प्रकार की कृषि में संशोधन किया गया है।
- सोवियत संघ में सामूहिक कृषि को कोलखहोज़ नाम दिया गया था।
- सामूहिक कृषि का आधारभूत सिद्धांत यह होता है कि इसमें उत्पादन के साधनों का स्वामित्व संपूर्ण समाज एवं सामूहिक श्रम पर आधारित होता है।
खनन:-
- मानव विकास के इतिहास में खनिजों की खोज की कई अवस्थाएँ देखी जा सकती हैं, जैसे- ताम्र युग, कांस्य युग एवं लौह युग। प्राचीन काल में खनिजों का उपयोग औज़ार बनाने, बर्तन बनाने एवं हथियार बनाने तक ही सीमित था। इसका वास्तविक विकास औद्योगिक क्रांति के पश्चात् ही संभव हुआ एवं निरंतर इनका महत्त्व बढ़ता जारहा है।
उपस्थिति की अवस्था एवं अयस्क की प्रकृति के आधार पर खनन के दो प्रकार हैं:
1. धरातलीय
2. भूमिगत खननधरातलीय खनन को विवृत खनन कहा जाता है, न कि भूमिगत खनन। अतः कथन (2) सही नहीं है।
-
Question 5 of 20
5. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सी एक एकल कृषि नहीं है?
Correct
व्याख्याः मिश्रित कृषि के अंतर्गत एक साथ एक से अधिक फसलों की कृषि की जाती है जबकि डेरी कृषि, रोपण कृषि व सामूहिक कृषि में एकल कृषि की जाती है। अतः विकल्प (d) सही है।
Incorrect
व्याख्याः मिश्रित कृषि के अंतर्गत एक साथ एक से अधिक फसलों की कृषि की जाती है जबकि डेरी कृषि, रोपण कृषि व सामूहिक कृषि में एकल कृषि की जाती है। अतः विकल्प (d) सही है।
-
Question 6 of 20
6. Question
1 pointsवृद्धि एवं विकास के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः1. विकास मात्रात्मक और मूल्य निरपेक्ष है।
2. वृद्धि का अर्थ गुणात्मक परिवर्तन है और यह मूल्य सापेक्ष होती है।
3. वृद्धि धनात्मक और ऋणात्मक दोनों हो सकती है किंतु विकास उस समय होता है जब सकारात्मक वृद्धि होती है।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- वृद्धि और विकास दोनों समय के संदर्भ में परिवर्तन को इंगित करते हैं। दोनों के बीच अंतर यह है कि वृद्धि मात्रात्मक और मूल्य निरपेक्ष होती है। अतः कथन (2) सही नहीं है।
- वृद्धि धनात्मक अथवा ऋणात्मक हो सकती है।
- विकास का अर्थ गुणात्मक परिवर्तन है जो मूल्य सापेक्ष होता है। इसका अर्थ है विकास तब तक नहीं हो सकता, जब तक वर्तमान दशाओं में वृद्धि न हो। अतः कथन (1) सही नहीं है।
- विकास उस समय होता है जब गुणवत्ता में सकारात्मक परिवर्तन होता है।
- उदाहरण के तौर पर किसी निश्चित समयावधि में यदि किसी नगर की जनसंख्या एक लाख से दो लाख हो जाती है तो हम कहते हैं कि नगर की जनसंख्या में वृद्धि हुई। फिर भी यदि आवास जैसी सुविधाएँ, मूलभूत सेवाओं की व्यवस्था तथा अन्य विशेषताएँ पहले जैसी ही रहती हैं, तब इस वृद्धि के साथ विकास नहीं जुड़ा हुआ है।
Incorrect
व्याख्याः
- वृद्धि और विकास दोनों समय के संदर्भ में परिवर्तन को इंगित करते हैं। दोनों के बीच अंतर यह है कि वृद्धि मात्रात्मक और मूल्य निरपेक्ष होती है। अतः कथन (2) सही नहीं है।
- वृद्धि धनात्मक अथवा ऋणात्मक हो सकती है।
- विकास का अर्थ गुणात्मक परिवर्तन है जो मूल्य सापेक्ष होता है। इसका अर्थ है विकास तब तक नहीं हो सकता, जब तक वर्तमान दशाओं में वृद्धि न हो। अतः कथन (1) सही नहीं है।
- विकास उस समय होता है जब गुणवत्ता में सकारात्मक परिवर्तन होता है।
- उदाहरण के तौर पर किसी निश्चित समयावधि में यदि किसी नगर की जनसंख्या एक लाख से दो लाख हो जाती है तो हम कहते हैं कि नगर की जनसंख्या में वृद्धि हुई। फिर भी यदि आवास जैसी सुविधाएँ, मूलभूत सेवाओं की व्यवस्था तथा अन्य विशेषताएँ पहले जैसी ही रहती हैं, तब इस वृद्धि के साथ विकास नहीं जुड़ा हुआ है।
-
Question 7 of 20
7. Question
1 pointsमानव विकास के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. मानव विकास की अवधारणा का प्रतिपादन अमर्त्य सेन द्वारा किया गया था।
2. मानव विकास की अवधारणा में सभी प्रकार के विकास का केंद्र बिंदु पर्यावरण है।
3. मानव विकास का मूल उद्देश्य ऐसी दशाओं को उत्पन्न करना है जिनमें लोग सार्थक जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?Correct
व्याख्याः
- मानव विकास की अवधारणा का प्रतिपादन डॉ. महबूब-उल-हक द्वारा किया गया था। अमर्त्य सेन ने डॉ. हक के नेतृत्व में आरंभिक ‘मानव विकास प्रतिवेदन’ निकालने के लिये कार्य किया था।
- डॉ. महबूब-उल-हक ने मानव विकास का वर्णन एक ऐसे विकास के रूप में किया जो लोगों के विकल्पों में वृद्धि करता है और उनके जीवन में सुधार लाता है।
- मानव विकास की अवधारणा में सभी प्रकार के विकास का केंद्र बिंदु मनुष्य है, पर्यावरण नहीं। अतः कथन (2) सही नहीं है।
- मानव विकास का मूल उद्देश्य ऐसी दशाओं को उत्पन्न करना है जिनमें लोग सार्थक जीवन व्यतीत कर सकते हैं। अतः कथन (3) सही है।
- सार्थक जीवन केवल दीर्घ नहीं होता, जीवन का कोई उद्देश्य होना भी आवश्यक है। इसका अर्थ है लोग स्वस्थ हों, अपने विवेक और बुद्धि का विकास कर सकते हों, वे समाज में सहभागिता करें और अपने उद्देश्यों को पूरा करने में स्वतंत्र हों।
- दीर्घ एवं स्वस्थ जीवन जीना, ज्ञान प्राप्त कर पाना तथा एक शिष्ट जीवन जीने के पर्याप्त साधनों का होना मानव विकास के सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण पक्ष हैं।
Incorrect
व्याख्याः
- मानव विकास की अवधारणा का प्रतिपादन डॉ. महबूब-उल-हक द्वारा किया गया था। अमर्त्य सेन ने डॉ. हक के नेतृत्व में आरंभिक ‘मानव विकास प्रतिवेदन’ निकालने के लिये कार्य किया था।
- डॉ. महबूब-उल-हक ने मानव विकास का वर्णन एक ऐसे विकास के रूप में किया जो लोगों के विकल्पों में वृद्धि करता है और उनके जीवन में सुधार लाता है।
- मानव विकास की अवधारणा में सभी प्रकार के विकास का केंद्र बिंदु मनुष्य है, पर्यावरण नहीं। अतः कथन (2) सही नहीं है।
- मानव विकास का मूल उद्देश्य ऐसी दशाओं को उत्पन्न करना है जिनमें लोग सार्थक जीवन व्यतीत कर सकते हैं। अतः कथन (3) सही है।
- सार्थक जीवन केवल दीर्घ नहीं होता, जीवन का कोई उद्देश्य होना भी आवश्यक है। इसका अर्थ है लोग स्वस्थ हों, अपने विवेक और बुद्धि का विकास कर सकते हों, वे समाज में सहभागिता करें और अपने उद्देश्यों को पूरा करने में स्वतंत्र हों।
- दीर्घ एवं स्वस्थ जीवन जीना, ज्ञान प्राप्त कर पाना तथा एक शिष्ट जीवन जीने के पर्याप्त साधनों का होना मानव विकास के सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण पक्ष हैं।
-
Question 8 of 20
8. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा एक विकास (Development) का सर्वोत्तम वर्णन करता है?
Correct
व्याख्याः
- विकास का अर्थ गुणात्मक परिवर्तन है न कि मात्रात्मक। यह मूल्य निरपेक्ष होता है। विकास तब तक नहीं हो सकता, जब तक वर्तमान दशाओं में वृद्धि न हो।
- विकास उस समय होता है जब सकारात्मक वृद्धि होती है। तथापि सकारात्मक वृद्धि से सदैव विकास नहीं होता। विकास उस समय होता है जब गुणवत्ता में सकारात्मक परिवर्तन होता है।
- उदाहरण के तौर पर किसी निश्चित समयावधि में यदि किसी नगर की जनसंख्या एक लाख से दो लाख हो जाती है तो हम कहते हैं कि नगर की जनसंख्या में वृद्धि हुई। फिर भी यदि आवास जैसी सुविधाएँ, मूलभूत सेवाओं की व्यवस्था तथा अन्य विशेषताएँ पहले जैसी ही रहती है तब इस वृद्धि के साथ विकास नहीं जुड़ा हुआ होता।
- गौरतलब है कि अनेक दशकों तक किसी देश के विकास के स्तर को केवल आर्थिक वृद्धि के संदर्भ में मापा जाता था। इसका अर्थ यह है कि जिस देश की अर्थव्यवस्था जितनी बड़ी होती थी उसे उतना ही अधिक विकसित माना जाता था, लेकिन इस वृद्धि का अधिकांश लोगों के जीवन में परिवर्तन से कोई संबंध नहीं था।
Incorrect
व्याख्याः
- विकास का अर्थ गुणात्मक परिवर्तन है न कि मात्रात्मक। यह मूल्य निरपेक्ष होता है। विकास तब तक नहीं हो सकता, जब तक वर्तमान दशाओं में वृद्धि न हो।
- विकास उस समय होता है जब सकारात्मक वृद्धि होती है। तथापि सकारात्मक वृद्धि से सदैव विकास नहीं होता। विकास उस समय होता है जब गुणवत्ता में सकारात्मक परिवर्तन होता है।
- उदाहरण के तौर पर किसी निश्चित समयावधि में यदि किसी नगर की जनसंख्या एक लाख से दो लाख हो जाती है तो हम कहते हैं कि नगर की जनसंख्या में वृद्धि हुई। फिर भी यदि आवास जैसी सुविधाएँ, मूलभूत सेवाओं की व्यवस्था तथा अन्य विशेषताएँ पहले जैसी ही रहती है तब इस वृद्धि के साथ विकास नहीं जुड़ा हुआ होता।
- गौरतलब है कि अनेक दशकों तक किसी देश के विकास के स्तर को केवल आर्थिक वृद्धि के संदर्भ में मापा जाता था। इसका अर्थ यह है कि जिस देश की अर्थव्यवस्था जितनी बड़ी होती थी उसे उतना ही अधिक विकसित माना जाता था, लेकिन इस वृद्धि का अधिकांश लोगों के जीवन में परिवर्तन से कोई संबंध नहीं था।
-
Question 9 of 20
9. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से किसी प्रदेश में मानव विकास में कमी दर्शाने वाले सूचक हैं-1. 60 वर्ष की आयु तक जीवित न रह पाने की संभाव्यता।
2. प्रौढ़ साक्षरता दर का कम होना।
3. संसाधनों तक पहुँच सुनिश्चित न हो पाना।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्या-
मानव गरीबी सूचकांक मानव विकास मापन का सूचकांक है जो मानव विकास में कमी नापता है। मानव विकास में कमी को दर्शाने वाले निम्नलिखित कारक हैं, जो इस प्रकार हैं-
1. 40 वर्ष की आयु तक जीवित न रह पाने की संभावना।
2. प्रौढ़ निरक्षरता दर।
3. स्वच्छ जल तक पहुँच न रखने वाले लोगों की संख्या और अल्पभार वाले छोटे बच्चों की संख्या, सभी मानव विकास में कमी या मानव गरीबी सूचकांक के अंतर्गत आने वाले कारक हैं।Incorrect
व्याख्या-
मानव गरीबी सूचकांक मानव विकास मापन का सूचकांक है जो मानव विकास में कमी नापता है। मानव विकास में कमी को दर्शाने वाले निम्नलिखित कारक हैं, जो इस प्रकार हैं-
1. 40 वर्ष की आयु तक जीवित न रह पाने की संभावना।
2. प्रौढ़ निरक्षरता दर।
3. स्वच्छ जल तक पहुँच न रखने वाले लोगों की संख्या और अल्पभार वाले छोटे बच्चों की संख्या, सभी मानव विकास में कमी या मानव गरीबी सूचकांक के अंतर्गत आने वाले कारक हैं। -
Question 10 of 20
10. Question
1 pointsमानव विकास सूचकांक के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः1. मानव विकास सूचकांक स्वास्थ्य, शिक्षा और संसाधनों तक पहुँच जैसे प्रमुख क्षेत्रों में निष्पादन के आधार पर देशों का क्रम तैयार करता है।
2. मानव विकास सूचकांक क्रम 0 से 1 के बीच के स्कोर पर आधारित होता है।
3. मानव विकास सूचकांक स्कोर, 1 के जितना निकट होगा मानव विकास का स्तर उतना ही निम्न होता है।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?Correct
व्याख्याः मानव विकास सूचकांक स्कोर, 1 के जितना निकट होता है मानव विकास का स्तर उतना ही उच्च होता है।
Incorrect
व्याख्याः मानव विकास सूचकांक स्कोर, 1 के जितना निकट होता है मानव विकास का स्तर उतना ही उच्च होता है।
-
Question 11 of 20
11. Question
1 pointsमानव विकास के मापन के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः1. मानव विकास सूचकांक मानव विकास में प्राप्तियों का मापन करता है।
2. मानव विकास के मापन के संबंध में संसाधनों तक पहुँच को क्रयशक्ति के संदर्भ में मापा जाता है।
3. मानव विकास सूचकांक में स्वास्थ्य का मूल्यांकन करने के लिये जन्म के समय जीवन-प्रत्याशा सूचक को चुना जाता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- मानव विकास के संदर्भ में स्वास्थ्य का मूल्यांकन करने के लिये चुना गया सूचक जन्म के समय जीवन-प्रत्याशा है। उच्चतर जीवन-प्रत्याशा का अर्थ है कि लोगों के पास अधिक दीर्घ और अधिक स्वस्थ जीवन जीने के ज़्यादा अवसर हैं। अतः कथन (3) सही है।
- मानव विकास के अन्य सूचकों में लोगों की संसाधनों तक पहुँच को क्रय शक्ति (अमेरिकी डॉलरों में) के संदर्भ में मापा जाता है। अतः कथन (2) सही है।
- मानव विकास सूचकांक मानव विकास में प्राप्तियों का मापन करता है। यह प्रदर्शित करता है कि मानव विकास के प्रमुख क्षेत्रों में क्या उपलब्धि हुई है। फिर भी यह सर्वाधिक विश्वसनीय माप नहीं है। इसका कारण है कि यह सूचकांक वितरण के संबंध में मौन है।
Incorrect
व्याख्याः
- मानव विकास के संदर्भ में स्वास्थ्य का मूल्यांकन करने के लिये चुना गया सूचक जन्म के समय जीवन-प्रत्याशा है। उच्चतर जीवन-प्रत्याशा का अर्थ है कि लोगों के पास अधिक दीर्घ और अधिक स्वस्थ जीवन जीने के ज़्यादा अवसर हैं। अतः कथन (3) सही है।
- मानव विकास के अन्य सूचकों में लोगों की संसाधनों तक पहुँच को क्रय शक्ति (अमेरिकी डॉलरों में) के संदर्भ में मापा जाता है। अतः कथन (2) सही है।
- मानव विकास सूचकांक मानव विकास में प्राप्तियों का मापन करता है। यह प्रदर्शित करता है कि मानव विकास के प्रमुख क्षेत्रों में क्या उपलब्धि हुई है। फिर भी यह सर्वाधिक विश्वसनीय माप नहीं है। इसका कारण है कि यह सूचकांक वितरण के संबंध में मौन है।
-
Question 12 of 20
12. Question
1 pointsमानव विकास सूचकांक किसके द्वारा तैयार किया गया?
Correct
व्याख्याः
- पाकिस्तान के अर्थशास्त्री डॉ. महबूब-उल-हक ने 1990 में मानव विकास सूचकांक निर्मित किया।
- डॉ. महबूब-उल-हक के अनुसार विकास का संबंध लोगों के विकल्पों में बढ़ोतरी से है ताकि वे आत्मसम्मान के साथ दीर्घ और स्वस्थ जीवन जी सके।
- 1990 से संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ने वार्षिक मानव विकास रिपोर्ट प्रकाशित करने के लिये डॉ. महबूब-उल-हक की मानव विकास की संकल्पना का प्रयोग किया है।
Incorrect
व्याख्याः
- पाकिस्तान के अर्थशास्त्री डॉ. महबूब-उल-हक ने 1990 में मानव विकास सूचकांक निर्मित किया।
- डॉ. महबूब-उल-हक के अनुसार विकास का संबंध लोगों के विकल्पों में बढ़ोतरी से है ताकि वे आत्मसम्मान के साथ दीर्घ और स्वस्थ जीवन जी सके।
- 1990 से संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ने वार्षिक मानव विकास रिपोर्ट प्रकाशित करने के लिये डॉ. महबूब-उल-हक की मानव विकास की संकल्पना का प्रयोग किया है।
-
Question 13 of 20
13. Question
1 pointsलिंग संघटन के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः1. नियंत्रित लिंग भेदभाव वाले प्रदेशों में लिंग अनुपात निश्चित रूप से स्त्रियों के प्रतिकूल होता है।
2. लिंग अनुपात में स्त्रियों का अनुपात अधिक होना यह बतलाता है कि उनका स्तर निश्चित तौर पर बेहतर है।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- जनसंख्या में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या के बीच के अनुपात को लिंग अनुपात कहते हैं।
- लिंग अनुपात किसी देश में स्त्रियों की स्थिति के संबंध में महत्त्वपूर्ण सूचना होती है।
- जिन प्रदेशों में लिंग भेदभाव नियंत्रित होता है वहाँ लिंग अनुपात निश्चित रूप से स्त्रियों के अनुकूल होता है। अतः कथन (1) सही नहीं है।
- लिंग अनुपात में अधिक स्त्रियों के होने का अर्थ निश्चित तौर पर यह बिल्कुल नहीं है कि उनका स्तर बेहतर है, यह स्थिति तब भी हो सकती हैजब पुरुष रोज़गार के लिये अन्य क्षेत्रों में प्रवास कर गए हों। अतः कथन (2) सही नहीं है।
Incorrect
व्याख्याः
- जनसंख्या में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या के बीच के अनुपात को लिंग अनुपात कहते हैं।
- लिंग अनुपात किसी देश में स्त्रियों की स्थिति के संबंध में महत्त्वपूर्ण सूचना होती है।
- जिन प्रदेशों में लिंग भेदभाव नियंत्रित होता है वहाँ लिंग अनुपात निश्चित रूप से स्त्रियों के अनुकूल होता है। अतः कथन (1) सही नहीं है।
- लिंग अनुपात में अधिक स्त्रियों के होने का अर्थ निश्चित तौर पर यह बिल्कुल नहीं है कि उनका स्तर बेहतर है, यह स्थिति तब भी हो सकती हैजब पुरुष रोज़गार के लिये अन्य क्षेत्रों में प्रवास कर गए हों। अतः कथन (2) सही नहीं है।
-
Question 14 of 20
14. Question
1 pointsयूरोप के देशों में पुरुषों की संख्या के कम होने का निम्नलिखित में से एक कारण है-
Correct
व्याख्याः यूरोप के देशों में पुरुषों की कमी भूतकाल में विश्व के विभिन्न भागों में अत्यधिक पुरुष उत्प्रवासन तथा स्त्रियों की बेहतर स्थिति के कारण है।
Incorrect
व्याख्याः यूरोप के देशों में पुरुषों की कमी भूतकाल में विश्व के विभिन्न भागों में अत्यधिक पुरुष उत्प्रवासन तथा स्त्रियों की बेहतर स्थिति के कारण है।
-
Question 15 of 20
15. Question
1 pointsसंयुक्त अरब अमीरात में लिंग अनुपात के निम्न होने का कारण है-1. रोज़गार के लिये अत्यधिक पुरुष कार्यबल का आप्रवास
2. स्त्रियों का उत्प्रवास
3. पुरुष जन्म दर का अत्यधिक होना
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?Correct
व्याख्याः
- विश्व में स्त्रियों की सबसे कम संख्या संयुक्त अरब अमीरात में है। कुल जनसंख्या का केवल 26.7% महिलाएँ हैं। प्रति 100 स्त्रियों पर 272 पुरुष हैं।
- इस असंतुलन का कारण यह है कि दुबई जो दुनिया के सबसे बड़े महानगरीय शहरों में से एक है, में विश्व के कई देशों के पुरुष रोज़गार के लिये प्रवास करते हैं जिस कारण यहाँ पर पुरुषों की संख्या अत्यधिक हो गई है। अतः कथन (1) सही है तथा कथन (2) और कथन (3) सही नहीं हैं।
Incorrect
व्याख्याः
- विश्व में स्त्रियों की सबसे कम संख्या संयुक्त अरब अमीरात में है। कुल जनसंख्या का केवल 26.7% महिलाएँ हैं। प्रति 100 स्त्रियों पर 272 पुरुष हैं।
- इस असंतुलन का कारण यह है कि दुबई जो दुनिया के सबसे बड़े महानगरीय शहरों में से एक है, में विश्व के कई देशों के पुरुष रोज़गार के लिये प्रवास करते हैं जिस कारण यहाँ पर पुरुषों की संख्या अत्यधिक हो गई है। अतः कथन (1) सही है तथा कथन (2) और कथन (3) सही नहीं हैं।
-
Question 16 of 20
16. Question
1 pointsविश्व के किस देश में उच्चतम लिंग अनुपात पाया जाता है?
Correct
व्याख्याः
- संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2015 में अनुमानित आँकड़ों के अनुसार विश्व में प्रति 100 स्त्रियों पर 102 पुरुष हैं।
- विश्व में उच्चतम लिंग अनुपात लात्विया (Latvia) में दर्ज किया गया, जहाँ प्रति सौ स्त्रियों पर 85 पुरुष हैं।
Incorrect
व्याख्याः
- संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2015 में अनुमानित आँकड़ों के अनुसार विश्व में प्रति 100 स्त्रियों पर 102 पुरुष हैं।
- विश्व में उच्चतम लिंग अनुपात लात्विया (Latvia) में दर्ज किया गया, जहाँ प्रति सौ स्त्रियों पर 85 पुरुष हैं।
-
Question 17 of 20
17. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः1. 15 से 64 आयु वर्ग की जनसंख्या कार्यशील जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करती है।
2. युवा जनसंख्या के उच्च अनुपात का अर्थ है कि प्रदेश में जन्म दर निम्न है।
3. जनसंख्या पिरामिड का प्रयोग जनसंख्या की आयु-लिंग संरचना को दर्शाने के लिये किया जाता है।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- आयु संरचना विभिन्न आयु वर्गों में लोगों की संख्या को प्रदर्शित करती है।
- 15 से 59 आयु वर्ग के बीच जनसंख्या का बड़ा आकार एक विशाल कार्यशील जनसंख्या को इंगित करता है। अतः कथन (1) सही नहीं है।
- 60 वर्ष से अधिक आयु वाली जनसंख्या का एक बड़ा अनुपात उस वृद्ध जनसंख्या को प्रदर्शित करता है, जिसे स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के लिये अधिक खर्च की आवश्यकता है।
- इसी प्रकार युवा जनसंख्या के उच्च अनुपात का अर्थ है कि प्रदेश में जन्म दर ऊँची है व जनसंख्या युवा है। अतः कथन (2) सही नहीं है।
Incorrect
व्याख्याः
- आयु संरचना विभिन्न आयु वर्गों में लोगों की संख्या को प्रदर्शित करती है।
- 15 से 59 आयु वर्ग के बीच जनसंख्या का बड़ा आकार एक विशाल कार्यशील जनसंख्या को इंगित करता है। अतः कथन (1) सही नहीं है।
- 60 वर्ष से अधिक आयु वाली जनसंख्या का एक बड़ा अनुपात उस वृद्ध जनसंख्या को प्रदर्शित करता है, जिसे स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के लिये अधिक खर्च की आवश्यकता है।
- इसी प्रकार युवा जनसंख्या के उच्च अनुपात का अर्थ है कि प्रदेश में जन्म दर ऊँची है व जनसंख्या युवा है। अतः कथन (2) सही नहीं है।
-
Question 18 of 20
18. Question
1 pointsभारत जैसे विकासशील देशों में स्त्रियों के नगरीय अनुपात के कम होने के कारण हैं-
1. आवास की कमी
2. रहन-सहन की उच्च लागत
3. सुरक्षा की कमी
4. रोज़गार के अवसरों की कमी
कूट:Correct
व्याख्याः
- भारत जैसे विकासशील देश में अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों के कृषि कार्यों में महिलाओं की सहभागिता काफी ऊँची है, जबकि नगरीय क्षेत्रों में पुरुष प्रधान प्रवास के कारण लिंग अनुपात भी पुरुषों के अनुकूल है।
- नगरीय क्षेत्रों में स्त्रियों की संख्या कम होने का कारण आवास की उपलब्धता, सुरक्षा, रहन-सहन की ऊँची लागत तथा रोजगार के अवसरों की कमी रही है जो महिलाओं को गाँव से नगरीय क्षेत्रों में प्रवास से रोकते हैं।
Incorrect
व्याख्याः
- भारत जैसे विकासशील देश में अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों के कृषि कार्यों में महिलाओं की सहभागिता काफी ऊँची है, जबकि नगरीय क्षेत्रों में पुरुष प्रधान प्रवास के कारण लिंग अनुपात भी पुरुषों के अनुकूल है।
- नगरीय क्षेत्रों में स्त्रियों की संख्या कम होने का कारण आवास की उपलब्धता, सुरक्षा, रहन-सहन की ऊँची लागत तथा रोजगार के अवसरों की कमी रही है जो महिलाओं को गाँव से नगरीय क्षेत्रों में प्रवास से रोकते हैं।
-
Question 19 of 20
19. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः1. पश्चिमी यूरोपीय देशों के नगरीय क्षेत्रों में पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों/महिलाओं की संख्या अधिक होने का कारण इन क्षेत्रों में स्त्री जन्म दर का अधिक होना है।
2. पश्चिमी यूरोपीय देशों में ग्रामीण क्षेत्रों में स्त्रियों की अपेक्षा पुरुषों की संख्या अधिक है।उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?Correct
व्याख्याः
- पश्चिमी देशों के ग्रामीण क्षेत्रों में स्त्रियों की अपेक्षा पुरुषों की संख्या अधिक है, जबकि नगरीय क्षेत्रों में स्त्रियों की संख्या पुरुषों की अपेक्षा अधिक है। ऐसा नगरीय क्षेत्रों में रोज़गार के अवसरों की अधिक संभावनाओं और अनुकूल परिस्थिति के कारण हुआ है। अतः कथन (1) सही नहीं है और कथन (2) सही है।
Incorrect
व्याख्याः
- पश्चिमी देशों के ग्रामीण क्षेत्रों में स्त्रियों की अपेक्षा पुरुषों की संख्या अधिक है, जबकि नगरीय क्षेत्रों में स्त्रियों की संख्या पुरुषों की अपेक्षा अधिक है। ऐसा नगरीय क्षेत्रों में रोज़गार के अवसरों की अधिक संभावनाओं और अनुकूल परिस्थिति के कारण हुआ है। अतः कथन (1) सही नहीं है और कथन (2) सही है।
-
Question 20 of 20
20. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?1. किसी देश में साक्षर जनसंख्या का अनुपात उसके सामाजिक-आर्थिक विकास का सूचक होता है।
2. भारत में साक्षरता दर 14 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वाली जनसंख्या के उस प्रतिशत को सूचित करती है, जो पढ़-लिख सकता है और जिसमें समझ के साथ अंकगणितीय परिकलन करने की योग्यता है।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- किसी देश में साक्षर जनसंख्या का अनुपात उसके सामाजिक-आर्थिक विकास का सूचक होता है, क्योंकि इससे रहन-सहन के स्तर, महिलाओं की सामाजिक स्थिति, शैक्षणिक सुविधाओं की उपलब्धता तथा सरकार की नीतियों का पता चलता है। आर्थिक विकास का स्तर, साक्षरता का कारण एवं परिणाम दोनों ही है। अतः कथन (1) सही है।
- भारत में साक्षरता दर 14 नहीं बल्कि 7 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वाली जनसंख्या के उस प्रतिशत को सूचित करती है, जो पढ़-लिख सकता है और जिसमें समझ के साथ अंकगणितीय परिकलन करने की योग्यता है। अतः कथन (2) सही नहीं है।
Incorrect
व्याख्याः
- किसी देश में साक्षर जनसंख्या का अनुपात उसके सामाजिक-आर्थिक विकास का सूचक होता है, क्योंकि इससे रहन-सहन के स्तर, महिलाओं की सामाजिक स्थिति, शैक्षणिक सुविधाओं की उपलब्धता तथा सरकार की नीतियों का पता चलता है। आर्थिक विकास का स्तर, साक्षरता का कारण एवं परिणाम दोनों ही है। अतः कथन (1) सही है।
- भारत में साक्षरता दर 14 नहीं बल्कि 7 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वाली जनसंख्या के उस प्रतिशत को सूचित करती है, जो पढ़-लिख सकता है और जिसमें समझ के साथ अंकगणितीय परिकलन करने की योग्यता है। अतः कथन (2) सही नहीं है।
‘मानव भूगोल के मूल सिद्धांत’ डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें|