मानव भूगोल के मूल सिद्धांत टेस्ट 1
मानव भूगोल के मूल सिद्धांत टेस्ट 1
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Information
इस टेस्ट में सम्मिलित प्रश्न कक्षा 12 की पुस्तक मानव भूगोल के मूल सिद्धांत (एन.सी.ई.आर.टी.) पर आधारित है| यदि आप ‘मानव भूगोल के मूल सिद्धांत’ विषय की अधिक जानकारी नहीं रखते है तो इस टेस्ट को देने से पहले आप पुस्तक का रिविजन अवश्य करें|
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Question 1 of 20
1. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सी एक नगरीय बस्तियों की मुख्य आर्थिक क्रिया नहीं है?
Correct
व्याख्याः
- विकल्प (a) सही है। नगरीय बस्तियों की मुख्य आर्थिक क्रियाएँ द्वितीयक, तृतीयक और चतुर्थ क्षेत्र की क्रियाएँ क्रियाएँ है।
- प्राथमिक क्रियाएँ ग्रामीण बस्तियों की मुख्य आर्थिक क्रियाएँ हैं। इसके अंतर्गत कृषि, मछली पकड़ना, लकड़ी काटना, खनन कार्य, पशुपालन इत्यादि गतिविधियाँ शामिल हैं
Incorrect
व्याख्याः
- विकल्प (a) सही है। नगरीय बस्तियों की मुख्य आर्थिक क्रियाएँ द्वितीयक, तृतीयक और चतुर्थ क्षेत्र की क्रियाएँ क्रियाएँ है।
- प्राथमिक क्रियाएँ ग्रामीण बस्तियों की मुख्य आर्थिक क्रियाएँ हैं। इसके अंतर्गत कृषि, मछली पकड़ना, लकड़ी काटना, खनन कार्य, पशुपालन इत्यादि गतिविधियाँ शामिल हैं
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Question 2 of 20
2. Question
1 pointsभारत में नगरीय बस्ती के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:1. इसमें नगरपालिका, निगम, छावनी बोर्ड होते हैं।
2. भारत में कम-से-कम 10,000 व्यक्तियों के निवास करने वाले स्थान को नगरीय बस्ती घोषित किया जा सकता है।
3. इसमें 75 प्रतिशत पुरुष श्रमिक कृषि कार्यों में संलग्न होते हैं।
4. नगरीय बस्ती में जनसंख्या घनत्व 400 व्यक्ति/किमी.2 होना आवश्यक है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?Correct
व्याख्याः
- कथन (1) सही है। सभी स्थान जहाँ नगरपालिका, निगम, छावनी बोर्ड (कैंटोनमेंट बोर्ड) या अधिसूचित नगरीय क्षेत्र समिति सम्मिलित होते हैं, वे नगरीय बस्ती कहलाती है।
- कथन (2) सही नहीं है, क्योंकि कम-से-कम 5000 व्यक्तियों के निवास करने वाले स्थान को नगरीय बस्ती घोषित किया जा सकता है।
- कथन (3) सही नहीं है। नगरीय बस्ती वही क्षेत्र घोषित होगा जहाँ के 75% पुरुष श्रमिक गैर-कृषि कार्यों में संलग्न हों।
- नगरीय बस्ती में जनसंख्या घनत्व 400 व्यक्ति/किमी.2 होना आवश्यक है। तभी इसे नगरीय बस्ती कहा जा सकता है। अतः कथन (4) सही है।
Incorrect
व्याख्याः
- कथन (1) सही है। सभी स्थान जहाँ नगरपालिका, निगम, छावनी बोर्ड (कैंटोनमेंट बोर्ड) या अधिसूचित नगरीय क्षेत्र समिति सम्मिलित होते हैं, वे नगरीय बस्ती कहलाती है।
- कथन (2) सही नहीं है, क्योंकि कम-से-कम 5000 व्यक्तियों के निवास करने वाले स्थान को नगरीय बस्ती घोषित किया जा सकता है।
- कथन (3) सही नहीं है। नगरीय बस्ती वही क्षेत्र घोषित होगा जहाँ के 75% पुरुष श्रमिक गैर-कृषि कार्यों में संलग्न हों।
- नगरीय बस्ती में जनसंख्या घनत्व 400 व्यक्ति/किमी.2 होना आवश्यक है। तभी इसे नगरीय बस्ती कहा जा सकता है। अतः कथन (4) सही है।
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Question 3 of 20
3. Question
1 pointsबस्तियों के प्रकार के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:1. संहत बस्तियों में मकान एक-दूसरे से काफी दूरी पर बनाए जाते हैं।
2. प्रकीर्ण बस्तियों का विकास नदी घाटियों के सहारे या उपजाऊ मैदानों में होता है।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- कथन (1) सही नहीं है। संहत बस्ती में मकान एक-दूसरे के समीप बनाए जाते हैं। इस प्रकार की बस्तियों का विकास नदी घाटियों के सहारे या उपजाऊ मैदानों में होता है। यहाँ रहने वाले समुदाय मिलकर रहते हैं एवं उनके व्यवसाय भी समान होते हैं।
- कथन (2) सही नहीं है। प्रकीर्ण बस्तियों में मकान दूर-दूर होते हैं तथा प्रायः खेतों के द्वारा एक-दूसरे से अलग होते हैं। इस प्रकार की बस्तियों का विकास पर्वतीय क्षेत्रों में होता है।
Incorrect
व्याख्याः
- कथन (1) सही नहीं है। संहत बस्ती में मकान एक-दूसरे के समीप बनाए जाते हैं। इस प्रकार की बस्तियों का विकास नदी घाटियों के सहारे या उपजाऊ मैदानों में होता है। यहाँ रहने वाले समुदाय मिलकर रहते हैं एवं उनके व्यवसाय भी समान होते हैं।
- कथन (2) सही नहीं है। प्रकीर्ण बस्तियों में मकान दूर-दूर होते हैं तथा प्रायः खेतों के द्वारा एक-दूसरे से अलग होते हैं। इस प्रकार की बस्तियों का विकास पर्वतीय क्षेत्रों में होता है।
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Question 4 of 20
4. Question
1 pointsग्रामीण बस्तियों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:1. ग्रामीण बस्ती अधिक निकटता से तथा प्रत्यक्ष रूप से भूमि से नज़दीकी संबंध रखती है।
2. यहाँ के निवासी अधिकतर तृतीयक गतिविधियों में लगे होते हैं।
3. बस्तियों का आकार नगरों की अपेक्षा बड़ा होता है।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- ग्रामीण बस्ती अधिक निकटता से तथा प्रत्यक्ष रूप से भूमि से नज़दीकी संबंध रखती है। यहाँ के निवासी अधिकतर प्राथमिक गतिविधियों में लगे होते हैं। अतः कथन (1) सही है।
- कथन (2) सही नहीं है, क्योंकि ग्रामीण बस्ती में निवास करने वाले अधिकतर प्राथमिक गतिविधियों में लगे होते हैं, जैसे- कृषि पशुपालन एवं मछली पकड़ना आदि।
- कथन (3) सही नहीं है, क्योंकि ग्रामीण बस्तियों का आकार नगरों की अपेक्षाकृत छोटा होता है।
Incorrect
व्याख्याः
- ग्रामीण बस्ती अधिक निकटता से तथा प्रत्यक्ष रूप से भूमि से नज़दीकी संबंध रखती है। यहाँ के निवासी अधिकतर प्राथमिक गतिविधियों में लगे होते हैं। अतः कथन (1) सही है।
- कथन (2) सही नहीं है, क्योंकि ग्रामीण बस्ती में निवास करने वाले अधिकतर प्राथमिक गतिविधियों में लगे होते हैं, जैसे- कृषि पशुपालन एवं मछली पकड़ना आदि।
- कथन (3) सही नहीं है, क्योंकि ग्रामीण बस्तियों का आकार नगरों की अपेक्षाकृत छोटा होता है।
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Question 5 of 20
5. Question
1 pointsग्रामीण बस्तियों को प्रभावित करने वाले निम्नलिखित में से कौन-से कारक हैं?1. जल आपूर्ति
2. भूमि
3. उच्च भूमि के क्षेत्र
4. गृह निर्माण सामग्री
5. सुरक्षा
कूटःCorrect
व्याख्याः
ग्रामीण बस्तियों को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं-
- जल आपूर्तिः साधारणतया ग्रामीण बस्तियाँ जल स्रोतों या जल राशियों, जैसे- नदियाँ, झीलें एवं झरनों इत्यादि के समीप स्थित होती हैं। जहाँ जल आसानी से उपलब्ध हो जाता है। कभी-कभी पानी की आवश्यकता लोगों को अन्यथा असुविधाजनक स्थानों जैसे दलदल से घिरे द्वीपों अथवा नदी किनारे के निचले क्षेत्रों में बसने के लिये प्रेरित करती हैं।
- भूमिः मनुष्य बसने के लिये उस जगह का चुनाव करता है जहाँ की भूमि कृषि कार्य के लिये उपयुक्त व उपजाऊ हो।
- यूरोप में दलदली क्षेत्र एवं निचले क्षेत्र में बस्तियाँ नहीं बसाई जाती हैं जबकि दक्षिणी-पूर्वी एशिया में रहने वाले लोग नदी घाटियों के निम्न भाग एवं तटवर्ती मैदानों के निकट बस्तियाँ बसाते हैं जो नम चावल की कृषि के लिये सहायक होते हैं।
- किसी भी क्षेत्र में प्रारंभिक अधिवासी उपजाऊ एवं समतल क्षेत्रों में ही बसते थे।
- उच्च भूमि के क्षेत्रः मानव ने अपने अधिवास हेतु ऊँचे क्षेत्रों को इसलिये चुना ताकि वहाँ पर बाढ़ के समय होने वाली क्षति से बचा जा सके तथा मकान व जीवन दोनों सुरक्षित रह सके।
- गृह निर्माण सामग्रीः मानव बस्तियों के विकसित होने में गृहनिर्माण सामग्री की उपलब्धता भी एक बड़ा कारक होती है, जहाँ आसानी से लकड़ी, पत्थर आदि प्राप्त हो जाते हैं मनुष्य वहीं अपनी बस्तियाँ बसाता है।
- सुरक्षाः राजनीतिक अस्थिरता, युद्ध या पड़ोसी समूहों के उपद्रवी होने की स्थिति में गाँवों को सुरक्षात्मक पहाड़ियों एवं द्वीपों पर बसाया जाता था। भारत में अधिकतर दुर्ग ऊँचे स्थानों अथवा पहाड़ियों पर स्थित हैं।
Incorrect
व्याख्याः
ग्रामीण बस्तियों को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं-
- जल आपूर्तिः साधारणतया ग्रामीण बस्तियाँ जल स्रोतों या जल राशियों, जैसे- नदियाँ, झीलें एवं झरनों इत्यादि के समीप स्थित होती हैं। जहाँ जल आसानी से उपलब्ध हो जाता है। कभी-कभी पानी की आवश्यकता लोगों को अन्यथा असुविधाजनक स्थानों जैसे दलदल से घिरे द्वीपों अथवा नदी किनारे के निचले क्षेत्रों में बसने के लिये प्रेरित करती हैं।
- भूमिः मनुष्य बसने के लिये उस जगह का चुनाव करता है जहाँ की भूमि कृषि कार्य के लिये उपयुक्त व उपजाऊ हो।
- यूरोप में दलदली क्षेत्र एवं निचले क्षेत्र में बस्तियाँ नहीं बसाई जाती हैं जबकि दक्षिणी-पूर्वी एशिया में रहने वाले लोग नदी घाटियों के निम्न भाग एवं तटवर्ती मैदानों के निकट बस्तियाँ बसाते हैं जो नम चावल की कृषि के लिये सहायक होते हैं।
- किसी भी क्षेत्र में प्रारंभिक अधिवासी उपजाऊ एवं समतल क्षेत्रों में ही बसते थे।
- उच्च भूमि के क्षेत्रः मानव ने अपने अधिवास हेतु ऊँचे क्षेत्रों को इसलिये चुना ताकि वहाँ पर बाढ़ के समय होने वाली क्षति से बचा जा सके तथा मकान व जीवन दोनों सुरक्षित रह सके।
- गृह निर्माण सामग्रीः मानव बस्तियों के विकसित होने में गृहनिर्माण सामग्री की उपलब्धता भी एक बड़ा कारक होती है, जहाँ आसानी से लकड़ी, पत्थर आदि प्राप्त हो जाते हैं मनुष्य वहीं अपनी बस्तियाँ बसाता है।
- सुरक्षाः राजनीतिक अस्थिरता, युद्ध या पड़ोसी समूहों के उपद्रवी होने की स्थिति में गाँवों को सुरक्षात्मक पहाड़ियों एवं द्वीपों पर बसाया जाता था। भारत में अधिकतर दुर्ग ऊँचे स्थानों अथवा पहाड़ियों पर स्थित हैं।
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Question 6 of 20
6. Question
1 pointsनियोजित बस्तियों के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
1. इस तरह की बस्तियाँ सरकार द्वारा बसाई जाती हैं।
2. ग्रामवासियों द्वारा स्वतः इन बस्तियों की स्थिति का चयन किया जाता है।
3. भारत में इंदिरा गांधी नहर के क्षेत्र में नहरी बस्तियों का विकास नियोजित बस्तियों के अंतर्गत हुआ है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन- से सही हैं?Correct
व्याख्याः
कथन (1) सही है| नियोजित बस्तियाँ सरकार द्वारा बसाई जाती हैं।
कथन (2) सही नहीं है, क्योंकि नियोजित बस्तियों के अंतर्गत की स्थिति का चयन ग्रामवासियों द्वारा स्वतः नहीं किया जाता है। सरकार द्वारा बस्तियों की स्थिति का चयन किया जाता है।
कथन (3) सही है। भारत में इंदिरा गांधी नहर के क्षेत्र में नहरी बस्तियों का विकास नियोजित बस्तियों के अंतर्गत हुआ है।Incorrect
व्याख्याः
कथन (1) सही है| नियोजित बस्तियाँ सरकार द्वारा बसाई जाती हैं।
कथन (2) सही नहीं है, क्योंकि नियोजित बस्तियों के अंतर्गत की स्थिति का चयन ग्रामवासियों द्वारा स्वतः नहीं किया जाता है। सरकार द्वारा बस्तियों की स्थिति का चयन किया जाता है।
कथन (3) सही है। भारत में इंदिरा गांधी नहर के क्षेत्र में नहरी बस्तियों का विकास नियोजित बस्तियों के अंतर्गत हुआ है। -
Question 7 of 20
7. Question
1 pointsग्रामीण बस्ती के प्रतिरूप के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
1. ग्रामीण बस्तियों का प्रतिरूप यह दर्शाता है कि मकानों की स्थिति किस प्रकार एक-दूसरे से संबंधित है।
2. रैखिक प्रतिरूप की बस्तियों में मकान, सड़कों, रेल लाइनों, नदियों अथवा तटबंधों पर स्थित होते हैं।
3. वृत्ताकार प्रतिरूप समतल क्षेत्रों अथवा चौड़ी अंतर पर्वतीय घाटियों में पाया जाता है।
4. दोहरे ग्राम में बस्तियों का विस्तार नदी पर पुल के दोनो ओर होता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?Correct
व्याख्याः
ग्रामीण बस्तियों का प्रतिरूप यह दर्शाता है कि मकानों की स्थिति किस प्रकार एक-दूसरे से संबंधित है। गाँव की आकृति एवं प्रसार को प्रभावित करने वाले कारकों में गाँव की स्थिति, समीपवर्ती स्थलाकृति एवं क्षेत्र का भू-भाग प्रमुख स्थान रखते हैं।ग्रामीण बस्तियों का वर्गीकरण कई मापदण्डों के आधार पर किया जा सकता है-
विन्यास के आधार परः इनके मुख्य प्रकार हैं- मैदानी ग्राम, पठारी ग्राम, तटीय ग्राम, वन ग्राम एवं मरुस्थलीय ग्राम।
कार्य के आधार परः इसमें कृषि ग्राम, मछुवारों के ग्राम, लकड़हारों के ग्राम, पशुपालन श्रम आदि आते हैं।
बस्तियों के आधार परः इसमे कई प्रकार की ज्यामितिक आकृतियाँ हो सकती हैं जैसे रेखीय, आयताकार, वृत्ताकार, तारे के आकार की, ‘टी’ के आकार की, चौक पट्टी एवं दोहरे ग्राम इत्यादि।
रैखिक प्रतिरूपः इस प्रकार की बस्तियों में मकान, सड़कों, रेल लाइनों, नदियों, नहरों, घाटी के किनारे अथवा तटबंधों पर स्थित होते हैं।
आयताकार प्रतिरूपः ग्रामीण बस्तियों का यह प्रतिरूप समतल क्षेत्रों अथवा चौड़ी अंतर पर्वतीय घाटियों में पाया जाता है। इसमें सड़कें आयताकार होती हैं। जो एक-दूसरे को समकोण पर काटती हैं।
वृत्ताकार प्रतिरूपः इस प्रकार के गाँव झीलों व तालाबों आदि क्षेत्रों के चारों ओर बस्ती बस जाने से विकसित होते हैं।
दोहरे ग्रामः नदी पर पुल या फेरी के दोनों ओर इन बस्तियों का विस्तार होता है।
Incorrect
व्याख्याः
ग्रामीण बस्तियों का प्रतिरूप यह दर्शाता है कि मकानों की स्थिति किस प्रकार एक-दूसरे से संबंधित है। गाँव की आकृति एवं प्रसार को प्रभावित करने वाले कारकों में गाँव की स्थिति, समीपवर्ती स्थलाकृति एवं क्षेत्र का भू-भाग प्रमुख स्थान रखते हैं।ग्रामीण बस्तियों का वर्गीकरण कई मापदण्डों के आधार पर किया जा सकता है-
विन्यास के आधार परः इनके मुख्य प्रकार हैं- मैदानी ग्राम, पठारी ग्राम, तटीय ग्राम, वन ग्राम एवं मरुस्थलीय ग्राम।
कार्य के आधार परः इसमें कृषि ग्राम, मछुवारों के ग्राम, लकड़हारों के ग्राम, पशुपालन श्रम आदि आते हैं।
बस्तियों के आधार परः इसमे कई प्रकार की ज्यामितिक आकृतियाँ हो सकती हैं जैसे रेखीय, आयताकार, वृत्ताकार, तारे के आकार की, ‘टी’ के आकार की, चौक पट्टी एवं दोहरे ग्राम इत्यादि।
रैखिक प्रतिरूपः इस प्रकार की बस्तियों में मकान, सड़कों, रेल लाइनों, नदियों, नहरों, घाटी के किनारे अथवा तटबंधों पर स्थित होते हैं।
आयताकार प्रतिरूपः ग्रामीण बस्तियों का यह प्रतिरूप समतल क्षेत्रों अथवा चौड़ी अंतर पर्वतीय घाटियों में पाया जाता है। इसमें सड़कें आयताकार होती हैं। जो एक-दूसरे को समकोण पर काटती हैं।
वृत्ताकार प्रतिरूपः इस प्रकार के गाँव झीलों व तालाबों आदि क्षेत्रों के चारों ओर बस्ती बस जाने से विकसित होते हैं।
दोहरे ग्रामः नदी पर पुल या फेरी के दोनों ओर इन बस्तियों का विस्तार होता है।
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Question 8 of 20
8. Question
1 pointsग्रामीण बस्तियों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:1. विकसित देशों में विकासशील देशों की अपेरक्षा ग्रामीण बस्तियाँ अधिक हैं।
2. विकासशील देशों में ग्रामीण बस्तियों में जल की आपूर्ति पर्याप्त नहीं है।
3. ग्रामीण बस्तियों में कूड़ा-कचरा निस्तारण की सुविधा प्रर्याप्त है।
4. ग्रामीण बस्तियों में कच्ची सड़कें तथा संचार के साधनों की कमी सबसे बड़ी समस्या है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- कथन (1) सही नहीं है, क्योंकि विश्व में ग्रामीण बस्तियों की सर्वाधिक संख्या विकासशील देशों में है। विकसित देशों में नगरीकरण सर्वाधिक है तथा ग्रामीण बस्तियाँ बहुत कम हैं। विकसित देशों में उपनगरीय क्षेत्रों की भी अधिकता है।
- कथन (3) सही नहीं हैं, क्योंकि ग्रामीण बस्तियों में शौचघर एवं कूड़ा-कचरा निस्तारण की सुविधाएँ नगण्य हैं जिससे इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएँ रहती हैं।
- कथन (4) सही है, क्योंकि कच्ची सड़क एवं आधुनिक संचार के साधनों की कमी भी यहाँ की प्रमुख समस्या है। वर्षा ऋतु में इन क्षेत्रों का संपर्क आस- पास के क्षेत्रों से कट जाता है, जिससे आपातकालीन सेवाएँ प्रदान करने में भी गंभीर कठिनाइयाँ उत्त्पन्न हो जाती हैं।
- कथन (2) सही है, क्योंकि विकासशील देशों में ग्रामीण बस्तियों में जल की आपूर्ति भी पर्याप्त नहीं है। पर्वतीय एवं शुष्क क्षेत्रों के निवासियों को पेयजल हेतु लम्बी दूरियाँ तय करनी पड़ती हैं। इन क्षेत्रों में जलजनित बीमारियाँ, जैसे- हैजा एवं पीलिया आदि सामान्य समस्याएँ हैं।
Incorrect
व्याख्याः
- कथन (1) सही नहीं है, क्योंकि विश्व में ग्रामीण बस्तियों की सर्वाधिक संख्या विकासशील देशों में है। विकसित देशों में नगरीकरण सर्वाधिक है तथा ग्रामीण बस्तियाँ बहुत कम हैं। विकसित देशों में उपनगरीय क्षेत्रों की भी अधिकता है।
- कथन (3) सही नहीं हैं, क्योंकि ग्रामीण बस्तियों में शौचघर एवं कूड़ा-कचरा निस्तारण की सुविधाएँ नगण्य हैं जिससे इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएँ रहती हैं।
- कथन (4) सही है, क्योंकि कच्ची सड़क एवं आधुनिक संचार के साधनों की कमी भी यहाँ की प्रमुख समस्या है। वर्षा ऋतु में इन क्षेत्रों का संपर्क आस- पास के क्षेत्रों से कट जाता है, जिससे आपातकालीन सेवाएँ प्रदान करने में भी गंभीर कठिनाइयाँ उत्त्पन्न हो जाती हैं।
- कथन (2) सही है, क्योंकि विकासशील देशों में ग्रामीण बस्तियों में जल की आपूर्ति भी पर्याप्त नहीं है। पर्वतीय एवं शुष्क क्षेत्रों के निवासियों को पेयजल हेतु लम्बी दूरियाँ तय करनी पड़ती हैं। इन क्षेत्रों में जलजनित बीमारियाँ, जैसे- हैजा एवं पीलिया आदि सामान्य समस्याएँ हैं।
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Question 9 of 20
9. Question
1 pointsनगरीय बस्तियों के वर्गीकरण के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
1. भारत में किसी क्षेत्र को नगर घोषित करने के लिये 5000 की जनसंख्या के साथ 400 व्यक्ति/ किमी.2 जनसंख्या घनत्व होना भी आवश्यक है।
2. संयुक्त राज्य अमेरिका में नगरीय बस्ती घोषित करने के लिये जनसंख्या का कम-से-कम 2500 होना अनिवार्य है।
3. भारत में किसी क्षेत्र को नगरीय क्षेत्र घोषित किये जाने के लिये अनिवार्य है कि 75% जनसंख्या गैर-कृषि कार्यों में संग्लन हो।
4. इटली में उस बस्ती को नगरीय कहा जाता है। जिसकी आर्थिक रूप से उत्पादकता जनसंख्या का 50% गैर कृषि कार्यों में संलग्न हो।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- कथन (1) सही है। भारत में किसी बस्ती को नगरीय बस्ती में वर्गीकृत किये जाने के लिये जनसंख्या कम-से-कम 5000 होने के साथ ही जनसंख्या घनत्व का 400 व्यक्ति/ किमी.2 होना आवश्यक है।
- कथन (2) सही है। संयुक्त राज्य अमेरिका में किसी बस्ती को नगरीय बस्ती घोषित किये जाने के लिये आवश्यक है कि बस्ती की कुल जनसंख्या कम-से-कम 2500 हो। पुर्तगाल में 2000 तथा कोलंबिया में 1500 होना आवश्यक है।
- कथन (3) सही है। भारत में किसी बस्ती को नगरीय बस्ती घोषित किये जाने के लिये व्यावसायिक संरचना की दृष्टि से आवश्यक है कि वहाँ की 75% जनसंख्या गैर-कृषि कार्यों में संलग्न हो।
Incorrect
व्याख्याः
- कथन (1) सही है। भारत में किसी बस्ती को नगरीय बस्ती में वर्गीकृत किये जाने के लिये जनसंख्या कम-से-कम 5000 होने के साथ ही जनसंख्या घनत्व का 400 व्यक्ति/ किमी.2 होना आवश्यक है।
- कथन (2) सही है। संयुक्त राज्य अमेरिका में किसी बस्ती को नगरीय बस्ती घोषित किये जाने के लिये आवश्यक है कि बस्ती की कुल जनसंख्या कम-से-कम 2500 हो। पुर्तगाल में 2000 तथा कोलंबिया में 1500 होना आवश्यक है।
- कथन (3) सही है। भारत में किसी बस्ती को नगरीय बस्ती घोषित किये जाने के लिये व्यावसायिक संरचना की दृष्टि से आवश्यक है कि वहाँ की 75% जनसंख्या गैर-कृषि कार्यों में संलग्न हो।
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Question 10 of 20
10. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:1. राष्ट्र की राजधानियाँ जहाँ पर केंद्रीय सरकार के प्रशासनिक कार्यालय होते हैं उन्हें प्रशासनिक नगर कहा जाता है।
2. नगरीकरण का प्रमुख कारण ग्रामों से नगरों की ओर स्थानांतरण है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- कथन (1) सही है। राष्ट्र की राजधानियाँ जहाँ केंद्रीय सरकार के प्रशासनिक कार्यात्मक होते हैं उन्हें प्रशासनिक नगर कहा जाता है, जैसे- नई दिल्ली, कैनबरा, बीजिंग, लंदन, वांशिगटन डी. सी. इत्यादि।
- कथन (2) सही है, क्योंकि लोगों ने रोज़गार एवं जीवन के बेहतर सुख साधनों की तलाश में गाँवों से शहरों की ओर प्रवास किया, जिसके कारण नगरीकरण में वृद्धि हुई।
Incorrect
व्याख्याः
- कथन (1) सही है। राष्ट्र की राजधानियाँ जहाँ केंद्रीय सरकार के प्रशासनिक कार्यात्मक होते हैं उन्हें प्रशासनिक नगर कहा जाता है, जैसे- नई दिल्ली, कैनबरा, बीजिंग, लंदन, वांशिगटन डी. सी. इत्यादि।
- कथन (2) सही है, क्योंकि लोगों ने रोज़गार एवं जीवन के बेहतर सुख साधनों की तलाश में गाँवों से शहरों की ओर प्रवास किया, जिसके कारण नगरीकरण में वृद्धि हुई।
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Question 11 of 20
11. Question
1 pointsनगरीय बस्तियों के संबंध में निम्नलिखित कथनों में कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?
1. निर्माण, खुदरा, थोक व्यापार एवं व्यावसायिक सेवाएँ नगरों में ही विद्यमान होती हैं।
2. शहर नगरों से छोटे होते हैं एवं इनके आर्थिक कार्य भी कम होते हैं।
3. अलग-अलग नगरों या शहरों के आपस में मिल जाने से परिवर्तित विशाल नगरीय विकास क्षेत्र सन्नगर कहलातें हैं।
कूटःCorrect
व्याख्याः
- कथन (1) सही है, क्योंकि कुछ विशेष कार्य जैसे निर्माण, खुदरा एवं थोक व्यापार एवं व्यावसायिक सेवाएँ नगरों में ही विद्यमान होती हैं। ग्रामीण क्षेत्रो में केवल प्राथमिक क्रियाओं से संबंधित कार्य किये जाते हैं।
- कथन (2) सही नहीं है, क्योंकि शहर नगरों से बड़े होते हैं एवं आर्थिक कार्य भी नगरो की अपेक्षा अधिक होते हैं।
- शहर अग्रणी नगर होते हैं जो अपने स्थानीय व क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धा को पीछे छोड़ देते हैं। लेविस ममफोर्ड के शब्दों में “वास्तव में शहर उच्च एवं अधिक जटिल प्रकार के सहचारी जीवन का भौतिक रूप है।‘’
- शहर प्रमुख वित्तीय संस्थान, प्रादेशिक प्रादेशिक प्रशासकीय कार्यालय एवं यातायात के केंद्र होते हैं।
- कथन (3) सही है। सन्नगर विशाल विकसित नगरीय क्षेत्र होते हैं जो कि मूलतः अलग-अलग नगरों या शहरों के आपस में मिल जाने से एक विशाल नगरीय विकास क्षेत्र में परिवर्तित हो जातें है। ग्रेटर लंदन,मानचेस्टर,शिकागो एवं टोक्यो इसके उदहारण हैं।
Incorrect
व्याख्याः
- कथन (1) सही है, क्योंकि कुछ विशेष कार्य जैसे निर्माण, खुदरा एवं थोक व्यापार एवं व्यावसायिक सेवाएँ नगरों में ही विद्यमान होती हैं। ग्रामीण क्षेत्रो में केवल प्राथमिक क्रियाओं से संबंधित कार्य किये जाते हैं।
- कथन (2) सही नहीं है, क्योंकि शहर नगरों से बड़े होते हैं एवं आर्थिक कार्य भी नगरो की अपेक्षा अधिक होते हैं।
- शहर अग्रणी नगर होते हैं जो अपने स्थानीय व क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धा को पीछे छोड़ देते हैं। लेविस ममफोर्ड के शब्दों में “वास्तव में शहर उच्च एवं अधिक जटिल प्रकार के सहचारी जीवन का भौतिक रूप है।‘’
- शहर प्रमुख वित्तीय संस्थान, प्रादेशिक प्रादेशिक प्रशासकीय कार्यालय एवं यातायात के केंद्र होते हैं।
- कथन (3) सही है। सन्नगर विशाल विकसित नगरीय क्षेत्र होते हैं जो कि मूलतः अलग-अलग नगरों या शहरों के आपस में मिल जाने से एक विशाल नगरीय विकास क्षेत्र में परिवर्तित हो जातें है। ग्रेटर लंदन,मानचेस्टर,शिकागो एवं टोक्यो इसके उदहारण हैं।
-
Question 12 of 20
12. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
1. विश्वनगरी सन्नगरों का समूह होते हैं।
2. एक मेगासिटी शब्दावली उन नगरों के लिये प्रयुक्त की जाती है जिनकी जनसंख्या मुख्य नगर व उपनगरों को मिलाकर एक करोड़ से अधिक है।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- कथन (1) सही है। ‘विश्वनगरी’ बड़ा महानगर प्रदेश होता है जिसमें सन्नगरों का समूह होता है।
- विश्वनगरी शब्द यूनानी शब्द ‘मेगापोलिस’ से बना है जिसका अर्थ होता है ‘विशाल नगर’।
- विश्वनगरी शब्द का प्रयोग सबसे पहले 1957 में जीन गोटमेन ने किया।
- विश्व नगरी का सबसे अच्छा उदाहरण संयुक्त राज्य अमेरिका में है जहाँ उत्तर में बोस्टन से दक्षिण में वाशिंगटन तक नगरे भूदृश्य के रूप में दिखाई देता है|
- कथन (2) सही है। मेगासिटी शब्दावली उन नगरों के लिये प्रयुक्त की जाती है जिनकी जनंसख्या मुख्य नगर व उपनगरों को मिलाकर एक करोड़ से अधिक हो। सबसे पहले 1950 में न्यूयार्क ने यह श्रेय प्राप्त किया था जब उसकी जनसंख्या 1 करोड़ 25 लाख हो गई।
Incorrect
व्याख्याः
- कथन (1) सही है। ‘विश्वनगरी’ बड़ा महानगर प्रदेश होता है जिसमें सन्नगरों का समूह होता है।
- विश्वनगरी शब्द यूनानी शब्द ‘मेगापोलिस’ से बना है जिसका अर्थ होता है ‘विशाल नगर’।
- विश्वनगरी शब्द का प्रयोग सबसे पहले 1957 में जीन गोटमेन ने किया।
- विश्व नगरी का सबसे अच्छा उदाहरण संयुक्त राज्य अमेरिका में है जहाँ उत्तर में बोस्टन से दक्षिण में वाशिंगटन तक नगरे भूदृश्य के रूप में दिखाई देता है|
- कथन (2) सही है। मेगासिटी शब्दावली उन नगरों के लिये प्रयुक्त की जाती है जिनकी जनंसख्या मुख्य नगर व उपनगरों को मिलाकर एक करोड़ से अधिक हो। सबसे पहले 1950 में न्यूयार्क ने यह श्रेय प्राप्त किया था जब उसकी जनसंख्या 1 करोड़ 25 लाख हो गई।
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Question 13 of 20
13. Question
1 pointsजनसंख्या की दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा मेगा सिटी है।
Correct
व्याख्याः वर्तमान विश्व में टोक्यों 38.8 मिलियन जनसँख्या के साथ सबसे बड़ा मेगासिटी है।
Incorrect
व्याख्याः वर्तमान विश्व में टोक्यों 38.8 मिलियन जनसँख्या के साथ सबसे बड़ा मेगासिटी है।
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Question 14 of 20
14. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः1. विभिन्न राष्ट्रों के बीच राष्ट्रीय सीमाओं के आर-पार वस्तुओं और सेवाओं का आदान-प्रदान अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है।
2. व्यापार वस्तुतः अन्यत्र उत्पादित मदों का क्रय और विक्रय है।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- व्यापार वस्तुतः अन्यत्र उत्पादित मदों का क्रय और विक्रय है। फुटकर और थोक व्यापार अथवा वाणिज्य की सभी सेवाओं का विशिष्ट उद्देश्य लाभ कमाना है।
- व्यापार दो स्तरों पर किया जाता है-
- अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विभिन्न राष्ट्रों के बीच राष्ट्रीय सीमाओं के आर-पार वस्तुओं और सेवाओं के आदान-प्रदान को कहते हैं।
- राष्ट्रों को व्यापार करने की आवश्यकता उन वस्तुओं को प्राप्त करने के लिये होती है, जिन्हें या तो वे (देश) स्वयं उत्पादित नहीं कर सकते या जिन्हें वे अन्य स्थान से कम दामों में खरीद सकते हैं।
Incorrect
व्याख्याः
- व्यापार वस्तुतः अन्यत्र उत्पादित मदों का क्रय और विक्रय है। फुटकर और थोक व्यापार अथवा वाणिज्य की सभी सेवाओं का विशिष्ट उद्देश्य लाभ कमाना है।
- व्यापार दो स्तरों पर किया जाता है-
- अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विभिन्न राष्ट्रों के बीच राष्ट्रीय सीमाओं के आर-पार वस्तुओं और सेवाओं के आदान-प्रदान को कहते हैं।
- राष्ट्रों को व्यापार करने की आवश्यकता उन वस्तुओं को प्राप्त करने के लिये होती है, जिन्हें या तो वे (देश) स्वयं उत्पादित नहीं कर सकते या जिन्हें वे अन्य स्थान से कम दामों में खरीद सकते हैं।
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Question 15 of 20
15. Question
1 points‘व्यापार व शुल्क हेतु सामान्य समझौता’ (GATT) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः1. गैट (GATT) की स्थापना 1945 में की गई थी।
2. इसका प्रमुख उद्देश्य शुल्कों, कोटा और सब्सिडी की कमी के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की बाधाओं को कम करना था।
3. व्यापार व शुल्क हेतु सामान्य समझौता (GATT) ही आगे चलकर विश्व व्यापार संगठन बना।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- व्यापार व शुल्क हेतु सामान्य समझौता 1948 में स्थापित किया गया था।
- प्रथम व द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान पहली बार राष्ट्रों ने व्यापार कर और संख्यात्मक प्रतिबंध कर लगाएँ।
- विश्वयुद्ध के बाद के समय के दौरान व्यापार शुल्क हेतु सामान्य समझौता (GATT) ने शुल्क को घटाने में मदद की और यही आगे चलकर विश्व व्यापार संगठन बना। अतः कथन (3) सही है।
- गैट का प्रमुख उद्देश्य शुल्कों, कोटा और सब्सिडी की कमी के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की बाधाओं को कम करना था। अतः कथन (2) सही है।
Incorrect
व्याख्याः
- व्यापार व शुल्क हेतु सामान्य समझौता 1948 में स्थापित किया गया था।
- प्रथम व द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान पहली बार राष्ट्रों ने व्यापार कर और संख्यात्मक प्रतिबंध कर लगाएँ।
- विश्वयुद्ध के बाद के समय के दौरान व्यापार शुल्क हेतु सामान्य समझौता (GATT) ने शुल्क को घटाने में मदद की और यही आगे चलकर विश्व व्यापार संगठन बना। अतः कथन (3) सही है।
- गैट का प्रमुख उद्देश्य शुल्कों, कोटा और सब्सिडी की कमी के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की बाधाओं को कम करना था। अतः कथन (2) सही है।
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Question 16 of 20
16. Question
1 pointsअंतर्राष्ट्रीय व्यापार के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार वस्तुओं और सेवाओं के तुलनात्मक लाभ, परिपूरकता व हस्तांतरणीयता के सिद्धांतों पर आधारित होता है।
2. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार उत्पादन में निम्नीकरण का परिणाम है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?Correct
व्याख्याः
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार उत्पादन में विशिष्टीकरण का परिणाम है न कि निम्नीकरण का। अतः कथन (2) सही नहीं है।
- यदि विभिन्न राष्ट्र वस्तुओं के उत्पादन या सेवाओं की उपलब्धता में श्रम विभाजन तथा विशेषीकरण को प्रयोग में लाए तो अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विश्व की अर्थव्यवस्था को लाभान्वित करता है।
- उदाहरण के लिये समझा जा सकता है कि औद्योगीकृत राष्ट्रों ने कच्चे माल के रूप में प्राथमिक उत्पादों का आयात किया और मूल्य परक तैयार माल को वापस अनऔद्योगीकृत राष्ट्रों को निर्यात कर दिया। इस प्रकार 19वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में, प्राथमिक वस्तुओं का उत्पादन करने वाले प्रदेश अधिक महत्त्वपूर्ण नहीं रहे।
- हर प्रकार का विशिष्टीकरण व्यापार को जन्म दे सकता है।
- इस प्रकार अंतर्राष्ट्रीय व्यापार वस्तुओं और सेवाओं के तुलनात्मक लाभ, परिपूरकता व हस्तांतरणीयता के सिद्धांत पर आधारित होता है और सिद्धांततः यह व्यापारिक भागीदारों को समान रूप से लाभदायक होना चाहिये।
Incorrect
व्याख्याः
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार उत्पादन में विशिष्टीकरण का परिणाम है न कि निम्नीकरण का। अतः कथन (2) सही नहीं है।
- यदि विभिन्न राष्ट्र वस्तुओं के उत्पादन या सेवाओं की उपलब्धता में श्रम विभाजन तथा विशेषीकरण को प्रयोग में लाए तो अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विश्व की अर्थव्यवस्था को लाभान्वित करता है।
- उदाहरण के लिये समझा जा सकता है कि औद्योगीकृत राष्ट्रों ने कच्चे माल के रूप में प्राथमिक उत्पादों का आयात किया और मूल्य परक तैयार माल को वापस अनऔद्योगीकृत राष्ट्रों को निर्यात कर दिया। इस प्रकार 19वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में, प्राथमिक वस्तुओं का उत्पादन करने वाले प्रदेश अधिक महत्त्वपूर्ण नहीं रहे।
- हर प्रकार का विशिष्टीकरण व्यापार को जन्म दे सकता है।
- इस प्रकार अंतर्राष्ट्रीय व्यापार वस्तुओं और सेवाओं के तुलनात्मक लाभ, परिपूरकता व हस्तांतरणीयता के सिद्धांत पर आधारित होता है और सिद्धांततः यह व्यापारिक भागीदारों को समान रूप से लाभदायक होना चाहिये।
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Question 17 of 20
17. Question
1 pointsनीचे दिए आधारों में से कौन-से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के आधार हैं?
1. राष्ट्रीय संसाधनों में भिन्नता
2. जनसंख्या कारक
3. आर्थिक विकास की प्रावस्था
4. विदेशी निवेश की सीमा
5. परिवहन
कूटःCorrect
व्याख्याः
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के निम्नलिखित आधार हैं जो इस प्रकार हैं-
1. राष्ट्रीय संसाधनों में भिन्नता: भौतिक संरचना जैसे कि भू-विज्ञान, उच्चावच, मृदा व जलवायु में भिन्नता के कारण विश्व के राष्ट्रीय संसाधनों में अधिक विविधता पाई जाती है।- विविधता के कारण कहीं खनिजों का आयात करना पड़ता है तो कहीं कृषि संबंधित वस्तुएँ। यही विविधता अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का आधार तैयार करती है।
2. जनसंख्या कारकः जनसंख्या का सांस्कृतिक कारक और जनसंख्या का आकार अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का आधार है।
- विशिष्ट संस्कृतियों में कला तथा हस्तशिल्प के विभिन्न रूप विकासित हुए हैं जिन्हें विश्व भर में सराहा जाता है और उनका व्यापार किया जाता है।
3. आर्थिक विकास की प्रावस्थाः देशों के आर्थिक विकास की विभिन्न अवस्थाओं में व्यापार की गई वस्तुओं का स्वभाव (प्रकार) परिवर्तित हो जाता है।
- कृषि की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण देशों में विनिर्माण की वस्तुओं के लिये कृषि उत्पादों का विनिर्माण किया जाता है, जबकि औद्योगिक राष्ट्र मशीनरी और निर्मित उत्पादों का निर्यात करते हैं तथा खाद्यान्न तथा अन्य कच्चे पदार्थों का आयात करते हैं।
4. विदेशी निवेश की सीमाः विदेशी निवेश विकासशील देशों में व्यापार को बढ़ावा दे सकता है जिनके पास खनन, प्रबंधन द्वारा तेल खनन भारी अभियांत्रिकी, काठ-कबाड़ तथा बागवानी कृषि के विकास के लिये आवश्यक पूंजी का अभाव है।
- विकासशील देशों में ऐसे पूंजी प्रधान उद्योगों के विकास द्वारा औद्योगिक राष्ट्र खाद्य पदार्थों,खनिजों का आयात सुनिश्चित करते हैं तथा अपने निर्मित उत्पादों के लिये बाज़ार निर्मित करतेहैं। यह संपूर्ण चक्र देशों के बीच में व्यापार के परिमाण को आगे बढ़ाता है।
4. परिवहनः रेल, समुद्री तथा वायु परिवहन के विस्तार और प्रशीतन तथा परिरक्षण के बेहतर साधनों के साथ व्यापार ने स्थानिक विस्तार का अनुभव किया है।
Incorrect
व्याख्याः
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के निम्नलिखित आधार हैं जो इस प्रकार हैं-
1. राष्ट्रीय संसाधनों में भिन्नता: भौतिक संरचना जैसे कि भू-विज्ञान, उच्चावच, मृदा व जलवायु में भिन्नता के कारण विश्व के राष्ट्रीय संसाधनों में अधिक विविधता पाई जाती है।- विविधता के कारण कहीं खनिजों का आयात करना पड़ता है तो कहीं कृषि संबंधित वस्तुएँ। यही विविधता अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का आधार तैयार करती है।
2. जनसंख्या कारकः जनसंख्या का सांस्कृतिक कारक और जनसंख्या का आकार अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का आधार है।
- विशिष्ट संस्कृतियों में कला तथा हस्तशिल्प के विभिन्न रूप विकासित हुए हैं जिन्हें विश्व भर में सराहा जाता है और उनका व्यापार किया जाता है।
3. आर्थिक विकास की प्रावस्थाः देशों के आर्थिक विकास की विभिन्न अवस्थाओं में व्यापार की गई वस्तुओं का स्वभाव (प्रकार) परिवर्तित हो जाता है।
- कृषि की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण देशों में विनिर्माण की वस्तुओं के लिये कृषि उत्पादों का विनिर्माण किया जाता है, जबकि औद्योगिक राष्ट्र मशीनरी और निर्मित उत्पादों का निर्यात करते हैं तथा खाद्यान्न तथा अन्य कच्चे पदार्थों का आयात करते हैं।
4. विदेशी निवेश की सीमाः विदेशी निवेश विकासशील देशों में व्यापार को बढ़ावा दे सकता है जिनके पास खनन, प्रबंधन द्वारा तेल खनन भारी अभियांत्रिकी, काठ-कबाड़ तथा बागवानी कृषि के विकास के लिये आवश्यक पूंजी का अभाव है।
- विकासशील देशों में ऐसे पूंजी प्रधान उद्योगों के विकास द्वारा औद्योगिक राष्ट्र खाद्य पदार्थों,खनिजों का आयात सुनिश्चित करते हैं तथा अपने निर्मित उत्पादों के लिये बाज़ार निर्मित करतेहैं। यह संपूर्ण चक्र देशों के बीच में व्यापार के परिमाण को आगे बढ़ाता है।
4. परिवहनः रेल, समुद्री तथा वायु परिवहन के विस्तार और प्रशीतन तथा परिरक्षण के बेहतर साधनों के साथ व्यापार ने स्थानिक विस्तार का अनुभव किया है।
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Question 18 of 20
18. Question
1 pointsविश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
Correct
व्याख्याः
• विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय स्विट्ज़रलैंड के जेनेवा शहर में स्थित है। Incorrect
व्याख्याः
• विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय स्विट्ज़रलैंड के जेनेवा शहर में स्थित है। -
Question 19 of 20
19. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः1. व्यापार की गई वस्तुओं का वास्तविक तौल परिमाण कहलाता है।
2. वर्तमान समय में विश्व व्यापार का अधिकांश प्राथमिक क्षेत्र के आधिपत्य में है।
3. लागत की दृष्टि से नहीं वरन् भिन्न-भिन्न कारणों से अलग-अलग कीमत की किसी वस्तु को दो देशों में विक्रय करने की प्रथा डंप करना कहलाती है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?Correct
व्याख्याः
- व्यापार की गई वस्तुओं का वास्तविक तौल परिमाण कहलाता है। हालाँकि व्यापारिक सेवाओं को तौल में नहीं मापा जा सकता है। इसलिये व्यापार की गई वस्तुओं तथा सेवाओं के कुल मूल्य को व्यापार की परिमाण के रूप में जाना जाता है।
- पिछली शताब्दी के आरम्भ में ,प्राथमिक उत्पादोंका व्यापार प्रधान था। बाद में, विनिर्मित वस्तुओं ने प्रमुखता प्राप्त कर ली और वर्तमान में यद्यपि विश्व व्यापार का अधिकांश विनिर्माण क्षेत्र के आधिपत्य में है, किंतु सेवा क्षेत्र उपरिगामी प्रवृत्ति दर्शा रहा है। अतः कथन (2) सही नहीं है।
Incorrect
व्याख्याः
- व्यापार की गई वस्तुओं का वास्तविक तौल परिमाण कहलाता है। हालाँकि व्यापारिक सेवाओं को तौल में नहीं मापा जा सकता है। इसलिये व्यापार की गई वस्तुओं तथा सेवाओं के कुल मूल्य को व्यापार की परिमाण के रूप में जाना जाता है।
- पिछली शताब्दी के आरम्भ में ,प्राथमिक उत्पादोंका व्यापार प्रधान था। बाद में, विनिर्मित वस्तुओं ने प्रमुखता प्राप्त कर ली और वर्तमान में यद्यपि विश्व व्यापार का अधिकांश विनिर्माण क्षेत्र के आधिपत्य में है, किंतु सेवा क्षेत्र उपरिगामी प्रवृत्ति दर्शा रहा है। अतः कथन (2) सही नहीं है।
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Question 20 of 20
20. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?1. व्यापार संतुलन, एक देश के द्वारा अन्य देशों को आयात एवं निर्यात की गई वस्तुओं एवं सेवाओं की मात्रा (परिणाम) का प्रलेखन करता है।
2. यदि किसी देश के निर्यात का मूल्य आयात के मूल्य की तुलना में कम है तो देश का व्यापार संतुलन धनात्मक अथवा अनुकूल है।
3. ऋणात्मक संतुलन का अर्थ है कि देश वस्तुओं के क्रय पर विक्रय से अर्जित की अपेक्षा अधिक व्यय करता है।
कूटःCorrect
व्याख्याः
व्यापार संतुलनः व्यापार संतुलन, एक देश द्वारा अन्य देशों को आयात एवं इसी प्रकार निर्यात की गई वस्तुओं एवं सेवाओं की मात्रा (परिमाण) का प्रलेखन करता है। - यदि आयात का मूल्य देश के निर्यात मूल्य कि अपेक्षा अधिक है तो देश का व्यापार संतुलन ऋणात्मक अथवा प्रतिकूल है।
- यदि निर्यात का मूल्य, आयात के मूल्य की तुलना में अधिक है तो देश का व्यापार संतुलन धनात्मक अथवा अनुकूल है। अतः कथन (2) सही नहीं है।
- एक देश की आर्थिकी के लिये व्यापार संतुलन एवं भुगतान संतुलन के गंभीर निहितार्थ होते हैं।
- एक ऋणात्मक संतुलन का अर्थ होगा कि देश वस्तुओं के क्रय पर उससे अधिक व्यय करता है जितना कि अपने सामानों के विक्रय से अर्जित करता है। अतः कथन (3) सही है।
Incorrect
व्याख्याः
व्यापार संतुलनः व्यापार संतुलन, एक देश द्वारा अन्य देशों को आयात एवं इसी प्रकार निर्यात की गई वस्तुओं एवं सेवाओं की मात्रा (परिमाण) का प्रलेखन करता है। - यदि आयात का मूल्य देश के निर्यात मूल्य कि अपेक्षा अधिक है तो देश का व्यापार संतुलन ऋणात्मक अथवा प्रतिकूल है।
- यदि निर्यात का मूल्य, आयात के मूल्य की तुलना में अधिक है तो देश का व्यापार संतुलन धनात्मक अथवा अनुकूल है। अतः कथन (2) सही नहीं है।
- एक देश की आर्थिकी के लिये व्यापार संतुलन एवं भुगतान संतुलन के गंभीर निहितार्थ होते हैं।
- एक ऋणात्मक संतुलन का अर्थ होगा कि देश वस्तुओं के क्रय पर उससे अधिक व्यय करता है जितना कि अपने सामानों के विक्रय से अर्जित करता है। अतः कथन (3) सही है।
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