भारतीय अर्थव्यवस्था टेस्ट 1
भारतीय अर्थव्यवस्था टेस्ट 1
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इस टेस्ट में सम्मिलित प्रश्न एन.सी.ई.आर.टी. पर आधारित है|
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Question 1 of 20
1. Question
1 pointsसूची-II को सूची-I से मिलाइए तथा नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये-
सूची-I सूची-II
A. सार्क 1. 1985
B. ब्रिक्स 2. 1999
C. आसियान 3. 2006
D. G-20 4. 1967
कूटः
A B C DCorrect
व्याख्याः
(संगठन) (स्थापना वर्ष)
सार्क 1985
ब्रिक्स 2006
आसियान 1967
G-20 1999Incorrect
व्याख्याः
(संगठन) (स्थापना वर्ष)
सार्क 1985
ब्रिक्स 2006
आसियान 1967
G-20 1999 -
Question 2 of 20
2. Question
1 pointsभारत पाकिस्तान और चीन के आर्थिक विकास के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये-
तीनों देशों ने पंचवर्षीय योजनाओं को विकास के स्वरूप को आधार बनाया।
चीन ने संरचनात्मक सुधारों का निर्णय स्वयं लिया था, जबकि भारत और पाकिस्तान ने सुधार अंतर्राष्ट्रीय दबावों के परिणामस्वरूप किया।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?Correct
व्याख्याः उपरोक्त दोनों कथन सत्य हैं।
Incorrect
व्याख्याः उपरोक्त दोनों कथन सत्य हैं।
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Question 3 of 20
3. Question
1 points‘ग्रेट लीप फॉरवर्ड’ अभियान का संबंध निम्नलिखित में से किस देश से है?
Correct
व्याख्याः चीन ने 1998 में ‘ग्रेट लीप फॉरवर्ड’ अभियान शुरू किया था, जिसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर देश का औद्योगीकरण करना था। लोगों को अपने घर के पिछबाड़े में उद्योग लगाने के लिये प्रोत्साहित किया गया। ग्रामीण क्षेत्रें में कम्यून प्रारंभ किये गए। कम्यून पर्द्धात के अंतर्गत लोग सामूहिक रूप से खेती करते थे। कम्यून में प्रायः समस्त कृषक शामिल थे।
Incorrect
व्याख्याः चीन ने 1998 में ‘ग्रेट लीप फॉरवर्ड’ अभियान शुरू किया था, जिसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर देश का औद्योगीकरण करना था। लोगों को अपने घर के पिछबाड़े में उद्योग लगाने के लिये प्रोत्साहित किया गया। ग्रामीण क्षेत्रें में कम्यून प्रारंभ किये गए। कम्यून पर्द्धात के अंतर्गत लोग सामूहिक रूप से खेती करते थे। कम्यून में प्रायः समस्त कृषक शामिल थे।
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Question 4 of 20
4. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा गैस समूह ‘ग्रीन हाउस प्रभाव’ में योगदान देता है?
Correct
व्याख्याः मानव द्वारा वन विनाश तथा जीवाश्म ईंधन के प्रयोग से पृथ्वी के निचले वायुमंडल में ग्रीन हाउस गैसों में वृद्धि होती है। ‘ग्रीन हाउस प्रभाव’ में योगदान देने वाली महत्त्वपूर्ण गैसें- जलवाष्प, कार्बन डाइऑक्साइड तथा मीथेन हैं।
Incorrect
व्याख्याः मानव द्वारा वन विनाश तथा जीवाश्म ईंधन के प्रयोग से पृथ्वी के निचले वायुमंडल में ग्रीन हाउस गैसों में वृद्धि होती है। ‘ग्रीन हाउस प्रभाव’ में योगदान देने वाली महत्त्वपूर्ण गैसें- जलवाष्प, कार्बन डाइऑक्साइड तथा मीथेन हैं।
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Question 5 of 20
5. Question
1 points‘क्योटो प्रोटोकाल’ का संबंध है-
Correct
व्याख्याः 1997 में क्योटो, जापान में जलवायु परिवर्तन पर एक संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन हुआ, जिसमें ग्लोबल वार्मिंग का सामना करने के लिये अंतर्राष्ट्रीय समझौता हुआ। इस समझौते में औद्योगीकृत राज्यों से ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी करने की मांग की गई। क्योटो समझौता 2005 से प्रभावी हुआ है।
Incorrect
व्याख्याः 1997 में क्योटो, जापान में जलवायु परिवर्तन पर एक संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन हुआ, जिसमें ग्लोबल वार्मिंग का सामना करने के लिये अंतर्राष्ट्रीय समझौता हुआ। इस समझौते में औद्योगीकृत राज्यों से ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी करने की मांग की गई। क्योटो समझौता 2005 से प्रभावी हुआ है।
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Question 6 of 20
6. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-से रसायन ओज़ोन परत अपक्षक हैं?
- क्लोरोफ्लोरो कार्बन
- कार्बन टेट्राक्लोराइड
- कार्बन टेट्राफ्लोराइड
- ब्रोमोफ्लोरो कार्बन
कूटः
Correct
व्याख्याः ओज़ोन परत के क्षरण के लिये निम्न रसायन उत्तरदायी हैं-
- क्लोरोफ्लोरो कार्बन
- कार्बन टेट्राक्लोराइड
- मिथाइल क्लोरोफॉर्म
- ब्रोमोफ्लोरो कार्बन (ब्रोमाइन यौगिक जिन्हें हैलोन कहा जाता है।)
Incorrect
व्याख्याः ओज़ोन परत के क्षरण के लिये निम्न रसायन उत्तरदायी हैं-
- क्लोरोफ्लोरो कार्बन
- कार्बन टेट्राक्लोराइड
- मिथाइल क्लोरोफॉर्म
- ब्रोमोफ्लोरो कार्बन (ब्रोमाइन यौगिक जिन्हें हैलोन कहा जाता है।)
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Question 7 of 20
7. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?
Correct
व्याख्याः उपरोक्त तीनों कथन सत्य हैं।
- ओज़ोन अपक्षय का अर्थ समतापमंडल में ओज़ोन की मात्रा में कमीं से कमी है। ओज़ोन अपक्षय की समस्या का कारण समतापमंडल में क्लोरीन और ब्रोमीन के ऊँचे स्तर हैं।
- ओज़ोन अपक्षय पदार्थों के मूल यौगिकों हैं- क्लोरोफ्लोरोकार्बन्स (CFC) जिनका प्रयोग रेफ्रिज़रेटर और एयरकंडीशन को ठंडा रखने वाले पदार्थ या एरासोल प्रोपेलेन्ट्स में तथा अग्निशामकों में प्रयुक्त किए जाने वाले ब्रोमोफ्लोरोकार्बन्स में होता है।
- ओज़ोन स्तर के अपक्षय के परिणामस्वरूप पराबैगनीं विकिरण पृथ्वी की ओर आते हैं और जीवों को क्षति पहुँचाते हैं। पराबैगनीं विकिरण विकारण से मनुष्यों में त्वचा कैंसर होता है, यह पादपप्लवक (फीटोप्लैंकटन) के उत्पादन को कम कर जलीय जीवों को प्रभावित करता है।
Incorrect
व्याख्याः उपरोक्त तीनों कथन सत्य हैं।
- ओज़ोन अपक्षय का अर्थ समतापमंडल में ओज़ोन की मात्रा में कमीं से कमी है। ओज़ोन अपक्षय की समस्या का कारण समतापमंडल में क्लोरीन और ब्रोमीन के ऊँचे स्तर हैं।
- ओज़ोन अपक्षय पदार्थों के मूल यौगिकों हैं- क्लोरोफ्लोरोकार्बन्स (CFC) जिनका प्रयोग रेफ्रिज़रेटर और एयरकंडीशन को ठंडा रखने वाले पदार्थ या एरासोल प्रोपेलेन्ट्स में तथा अग्निशामकों में प्रयुक्त किए जाने वाले ब्रोमोफ्लोरोकार्बन्स में होता है।
- ओज़ोन स्तर के अपक्षय के परिणामस्वरूप पराबैगनीं विकिरण पृथ्वी की ओर आते हैं और जीवों को क्षति पहुँचाते हैं। पराबैगनीं विकिरण विकारण से मनुष्यों में त्वचा कैंसर होता है, यह पादपप्लवक (फीटोप्लैंकटन) के उत्पादन को कम कर जलीय जीवों को प्रभावित करता है।
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Question 8 of 20
8. Question
1 pointsनिम्नलिखित में कौन-सा सम्मेलन ओज़ोन परत के संरक्षण से संबंधित है?
Correct
व्याख्याः मांट्रियल प्रोटोकॉल का संबंध ओज़ोन परत के संरक्षण से है।
Incorrect
व्याख्याः मांट्रियल प्रोटोकॉल का संबंध ओज़ोन परत के संरक्षण से है।
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Question 9 of 20
9. Question
1 pointsअप्पिको आंदोलन के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये-
- यह आंदोलन तमिलनाडु से संबंधित है।
- यह जल संरक्षण से संबंधित एक जन आंदोलन है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
Correct
व्याख्याः उपरोक्त दोनों कथन असत्य हैं। चिपको आंदोलन के तर्ज पर कर्नाटक में भी एक ऐसा ही आंदोलन चला “अप्पिको” जिसका अर्थ होता है- बाहों में भरना। 8 सितंबर, 1983 को सिरसी जिले के सलकानी वन में वृक्ष काटे जा रहे थे। तब 160 स्त्री-पुरूष, और बच्चों ने पेड़ों को बाहों में भर लिया और लकड़ी काटने वालों को भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। वे अगले 6 सप्ताह तक वन की पहरेदारी करते रहे। इन स्वयंसेवकों ने वृक्षों को तभी छोड़ा, जब वन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया कि वृक्ष वैज्ञानिक आधार पर और जिले की वन संबंधी कार्य योजना के तहत काटे जाएँगे।
Incorrect
व्याख्याः उपरोक्त दोनों कथन असत्य हैं। चिपको आंदोलन के तर्ज पर कर्नाटक में भी एक ऐसा ही आंदोलन चला “अप्पिको” जिसका अर्थ होता है- बाहों में भरना। 8 सितंबर, 1983 को सिरसी जिले के सलकानी वन में वृक्ष काटे जा रहे थे। तब 160 स्त्री-पुरूष, और बच्चों ने पेड़ों को बाहों में भर लिया और लकड़ी काटने वालों को भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। वे अगले 6 सप्ताह तक वन की पहरेदारी करते रहे। इन स्वयंसेवकों ने वृक्षों को तभी छोड़ा, जब वन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया कि वृक्ष वैज्ञानिक आधार पर और जिले की वन संबंधी कार्य योजना के तहत काटे जाएँगे।
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Question 10 of 20
10. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से भारत में मृदा अपरदन के प्रमुख कारण है-
- वन विनाश
- दावानल
- रासायनिक खादों का उपयोग
- सुपोषण
कूटः
Correct
व्याख्याः भारत में भूमि के अपक्षय के लिए उत्तरदायी कुछ प्रमुख कारण हैं-
- वन विनाश के फलस्वरूप वनस्पति की हानि
- अधारणीय जलाऊ लकड़ी और चारे का निष्कर्षण
- खेती-बारी
- वन-भूमि का अतिक्रमण
- वनों में आग और अत्यधिक चराई
- भू-संरक्षण हेतु समुचित उपायों को न अपनाया जाना
- अनुचित फसल-चक्र
- कृषि-रसायन का अनुचित प्रयोग जैसे- रासायनिक खाद और कीटनाशक
- सिंचाई व्यवस्था का नियोजन तथा अविवेवकपूर्ण प्रबंधन
- भूमि जल का पुनः पूर्ण क्षमता से अधिक निष्कर्षण
- संसाधनों की निर्बाध उपलब्धता
- कृषि पर निर्भर लोगों की दरिद्रता।
Incorrect
व्याख्याः भारत में भूमि के अपक्षय के लिए उत्तरदायी कुछ प्रमुख कारण हैं-
- वन विनाश के फलस्वरूप वनस्पति की हानि
- अधारणीय जलाऊ लकड़ी और चारे का निष्कर्षण
- खेती-बारी
- वन-भूमि का अतिक्रमण
- वनों में आग और अत्यधिक चराई
- भू-संरक्षण हेतु समुचित उपायों को न अपनाया जाना
- अनुचित फसल-चक्र
- कृषि-रसायन का अनुचित प्रयोग जैसे- रासायनिक खाद और कीटनाशक
- सिंचाई व्यवस्था का नियोजन तथा अविवेवकपूर्ण प्रबंधन
- भूमि जल का पुनः पूर्ण क्षमता से अधिक निष्कर्षण
- संसाधनों की निर्बाध उपलब्धता
- कृषि पर निर्भर लोगों की दरिद्रता।
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Question 11 of 20
11. Question
1 pointsभारत में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की स्थापना कब की गई?
Correct
व्याख्याः भारत में वायु तथा जल प्रदूषण की दो प्रमुख पर्यावरणीय चिंताओं से निपटने के लिये सरकार ने 1974 में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की स्थापना की। यह बोर्ड जल, वायु और भूमि प्रदूषण से संबंधित सूचनाओं का संकलन और वितरण करता है।
Incorrect
व्याख्याः भारत में वायु तथा जल प्रदूषण की दो प्रमुख पर्यावरणीय चिंताओं से निपटने के लिये सरकार ने 1974 में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की स्थापना की। यह बोर्ड जल, वायु और भूमि प्रदूषण से संबंधित सूचनाओं का संकलन और वितरण करता है।
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Question 12 of 20
12. Question
1 pointsब्रंटलैंड कमीशन (Brundtland Commission) का संबंध है-
Correct
व्याख्याः संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1983 में विश्व की पर्यावरण समस्याओं के अध्ययन के लिये ब्रंटलैंड आयोग का गठन किया। इस आयोग ने एक रिपोर्ट तैयार की, जिसमें ‘धारणीय विकास’ की परिभाषा के बड़े व्यापक रूप से उद्धरण दिये गए। धारणीय विकास की अवधारणा पर संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण और विकास सम्मेलन (UNCED) ने बल दिया, जिसने इसे इस प्रकार परिभाषित किया- ‘ऐसा विकास जो वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं को भावी पीढ़ियों की आवश्यकताओं की पूर्ति क्षमता का समझौता किये बिना पूरा करें’।
Incorrect
व्याख्याः संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1983 में विश्व की पर्यावरण समस्याओं के अध्ययन के लिये ब्रंटलैंड आयोग का गठन किया। इस आयोग ने एक रिपोर्ट तैयार की, जिसमें ‘धारणीय विकास’ की परिभाषा के बड़े व्यापक रूप से उद्धरण दिये गए। धारणीय विकास की अवधारणा पर संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण और विकास सम्मेलन (UNCED) ने बल दिया, जिसने इसे इस प्रकार परिभाषित किया- ‘ऐसा विकास जो वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं को भावी पीढ़ियों की आवश्यकताओं की पूर्ति क्षमता का समझौता किये बिना पूरा करें’।
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Question 13 of 20
13. Question
1 pointsफोटोवोल्टिक सेलों का मुख्य कार्य है-
Correct
व्याख्याः फोटोवोल्टिक सेलों का उपयोग सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तन करने के लिये किया जाता है।
Incorrect
व्याख्याः फोटोवोल्टिक सेलों का उपयोग सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तन करने के लिये किया जाता है।
-
Question 14 of 20
14. Question
1 points‘विश्व विकास रिपोर्ट’ प्रकाशित की जाती है-
Correct
व्याख्याः सन् 1978 से विश्व बैंक द्वारा हर साल ‘विश्व विकास रिपोर्ट (World Development Report) प्रकाशित की जाती है।
Incorrect
व्याख्याः सन् 1978 से विश्व बैंक द्वारा हर साल ‘विश्व विकास रिपोर्ट (World Development Report) प्रकाशित की जाती है।
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Question 15 of 20
15. Question
1 pointsनिम्नलिखित में से कौन-से ऊर्जा के गैर-पारंपरिक स्रोतों के अंतर्गत आते हैं?
- सौर ऊर्जा
- ज्वारीय ऊर्जा
- पेट्रोलियम
- पवन ऊर्जा
कूटः
Correct
व्याख्याः ऊर्जा के गैर-पारंपरिक स्रोतों के अंतर्गत सौर ऊर्जा, ज्वारीय ऊर्जा और पवन ऊर्जा आते हैं।
Incorrect
व्याख्याः ऊर्जा के गैर-पारंपरिक स्रोतों के अंतर्गत सौर ऊर्जा, ज्वारीय ऊर्जा और पवन ऊर्जा आते हैं।
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Question 16 of 20
16. Question
1 pointsभारत के कुल ऊर्जा उपभोग का सर्वाधिक भाग किस स्रोत से पूरा होता है?
Correct
व्याख्याः भारत देश में कुल ऊर्जा उपभोग का सर्वाधिक हिस्सा कोयले के उपयोग द्वारा पूरा होता है।
Incorrect
व्याख्याः भारत देश में कुल ऊर्जा उपभोग का सर्वाधिक हिस्सा कोयले के उपयोग द्वारा पूरा होता है।
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Question 17 of 20
17. Question
1 pointsविश्व के किस देश में प्रतिव्यक्ति ऊर्जा की खपत सर्वाधिक है?
Correct
व्याख्याः अमेरिका में प्रतिव्यक्ति ऊर्जा की खपत विश्व में सर्वाधिक है।
Incorrect
व्याख्याः अमेरिका में प्रतिव्यक्ति ऊर्जा की खपत विश्व में सर्वाधिक है।
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Question 18 of 20
18. Question
1 pointsविश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा भारत को पोलियो मुक्त किस वर्ष घोषित किया गया?
Correct
व्याख्याः विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 2014 में भारत को पोलियों मुक्त देश घोषित किया गया, जबकि भारत चेचक रोग से 1980 में मुक्त हो गया था।
Incorrect
व्याख्याः विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 2014 में भारत को पोलियों मुक्त देश घोषित किया गया, जबकि भारत चेचक रोग से 1980 में मुक्त हो गया था।
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Question 19 of 20
19. Question
1 pointsविश्व रोग भार (Global Burden of Disease- GBD) सूचक संबंधित है-
Correct
व्याख्याः विश्व रोग भार (GBD) एक सूचक है, जिसका प्रयोग किसी विशेष रोग के कारण असमय मरने वाले लोगों की संख्या के साथ-साथ रोगों के कारण असमर्थता में बिताए सालों की संख्या जानने के लिये करते हैं।
भारत के जी.डी.बी. के आधे से अधिक हिस्से के अंतर्गत अतिसार, पेचिस, मलेरिया और क्षय रोग जैसी संक्रामक बीमारियाँ आती हैं।
Incorrect
व्याख्याः विश्व रोग भार (GBD) एक सूचक है, जिसका प्रयोग किसी विशेष रोग के कारण असमय मरने वाले लोगों की संख्या के साथ-साथ रोगों के कारण असमर्थता में बिताए सालों की संख्या जानने के लिये करते हैं।
भारत के जी.डी.बी. के आधे से अधिक हिस्से के अंतर्गत अतिसार, पेचिस, मलेरिया और क्षय रोग जैसी संक्रामक बीमारियाँ आती हैं।
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Question 20 of 20
20. Question
1 pointsनिम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
- वे सभी क्रियाएँ जो जीडीपी में योगदान देती हैं, आर्थिक क्रियाएँ कहलाती हैं।
- वे सभी व्यक्ति जो आर्थिक क्रियाओं में संलग्न होते हैं, श्रमिक कहलाते हैं।
- स्व-नियोजन में लगे व्यक्ति भी श्रमिकों के अंतर्गत आते हैं।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
Correct
व्याख्याः उपरोक्त सभी कथन सत्य हैं।
किसी भी देश में एक वर्ष के अंदर उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं का कुल मौद्रिक मूल्य उस देश का ‘सकल घरेलू उत्पाद’ (जीडीपी) कहलाता है। जीडीपी में योगदान देने वाले सभी क्रियाकलापों को हम आर्थिक क्रियाएँ कहते हैं तथा वे सभी व्यक्ति जो आर्थिक क्रियाओं में संलग्न होते हैं ‘श्रमिक’ कहलाते हैं।
आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि जिन्हें काम के बदले नियोक्ता द्वारा कुछ भुगतान किया जाता है, उन्हें श्रमिक कहा जाता है। परन्तु ऐसा नहीं है, जो व्यक्ति स्वनियोजित होते हैं वे भी श्रमिक ही होते हैं। अपने खेत/व्यवसाय आदि का स्वतंत्र रूप से संचालन करने वाले व्यक्ति भी स्वनियोजित कहलाते हैं।
Incorrect
व्याख्याः उपरोक्त सभी कथन सत्य हैं।
किसी भी देश में एक वर्ष के अंदर उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं का कुल मौद्रिक मूल्य उस देश का ‘सकल घरेलू उत्पाद’ (जीडीपी) कहलाता है। जीडीपी में योगदान देने वाले सभी क्रियाकलापों को हम आर्थिक क्रियाएँ कहते हैं तथा वे सभी व्यक्ति जो आर्थिक क्रियाओं में संलग्न होते हैं ‘श्रमिक’ कहलाते हैं।
आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि जिन्हें काम के बदले नियोक्ता द्वारा कुछ भुगतान किया जाता है, उन्हें श्रमिक कहा जाता है। परन्तु ऐसा नहीं है, जो व्यक्ति स्वनियोजित होते हैं वे भी श्रमिक ही होते हैं। अपने खेत/व्यवसाय आदि का स्वतंत्र रूप से संचालन करने वाले व्यक्ति भी स्वनियोजित कहलाते हैं।